Gold Rate Today: अबकी बार मोदी 2.0 सरकार, पहली बार सोना 35 हजार पार

Gold Rate Today: बजट 2019 में Gold पर Import Duty 10 फीसदी से 12.5 फीसदी कर दी गई, जिसके एक दिन के बाद सोना 1,300 रुपए प्रति दस ग्राम उछल गया।

<p>Gold price down 1 week low with fall 90 rs, Silver broken by Rs 740</p>

नई दिल्ली। बजट 2019 ( budget 2019 ) में सरकार द्वारा सोने पर सीमा शुल्क ( import duty on gold ) बढ़ाने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना शनिवार को एक दिन में 1,300 रुपए उछलकर 35,470 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। मोदी सरकार ( Modi govt ) के पांच साल से ज्यादा के कार्यकाल में सोना पहली बार इतना महंगा हुआ है। सरकार ने शुक्रवार को संसद में पेश बजट में सोने तथा बेशकीमती धातुओं पर सीमा शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। जिसकी वजह से सोने में जबरदस्त तेजी देखी गई। वहीं चांदी भी 280 रुपए की बढ़त में एक सप्ताह के उच्चतम स्तर 38,800 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

यह भी पढ़ेंः- बजट 2019 के एक दिन बाद पेट्रोल-डीजल हुआ महंगा, 2.50 रुपए प्रति तक बढ़े दाम

स्थानीय बाजार में सोने में तेजी
स्थानीय बाजार में सोना स्टैंडर्ड 1,300 रुपए की बढ़त में 35,470 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। सोना बिटुर भी इतनी ही तेजी के साथ 35,300 रुपए प्रति दस ग्राम पर रहा। आठ ग्राम वाली गिन्नी 500 रुपए की छलांग लगाते हुए 27,300 रुपए के भाव बिकी। चांदी में भी तेजी देखी गई। चांदी हाजिर 280 रुपए चमककर 38,800 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो 29 जून के बाद का उच्चतम स्तर है। चांदी वायदा 60 रुपए की तेजी में 37,285 रुपए प्रति किलोग्राम बिकी। सिक्का लिवाली और बिकवाली गत दिवस के क्रमश: 80 हजार और 81 हजार रुपए प्रति सैकड़ा पर टिके रहे।

यह भी पढ़ेंः- पीएम मोदी के बजट ने फैलाया भ्रम, 6 साल से मार्केट में ‘कभी खुशी-कभी गम’

इंटरनेशनल मार्केट में सोने में गिरावट
विदेशों में सप्ताहांत पर सोने में रही बड़ी गिरावट भी स्थानीय बाजार में पीली धातु को बढ़त में जाने से नहीं रोक सकी। लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को सोना हाजिर 23.10 डॉलर लुढ़ककर 1,399.65 डॉलर प्रति औंस रह गया। अगस्त का अमरीकी सोना वायदा 19.70 डॉलर की गिरावट के साथ बाजार बंद होते समय 1,401.20 डॉलर प्रति औंस पर रहा। बाजार विश्लेषकों ने बताया कि अमरीका में रोजगार के मजबूत आंकड़े आने से सोने पर दबाव रहा। वहां जून में एक बार फिर बेरोजगारी में अच्छी गिरावट आई है। शुक्रवार को जारी इस आंकड़े से अमरीकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम हुई है और सोने पर दबाव बढ़ा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सप्ताहांत पर चांदी हाजिर भी 0.34 डॉलर लुढ़ककर 14.97 डॉलर प्रति औंस रह गई।

यह भी पढ़ेंः- Budget 2019: पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ेंगी, तो महंगाई भी बढ़ेगी!

दिल्ली सर्राफा बाजार में आज दोनों कीमती धातुओं के भाव
सोना स्टैंडर्ड प्रति 10 ग्राम : 35,470
सोना बिटुर प्रति 10 ग्राम : 35,300
चांदी हाजिर प्रति किलोग्राम : 38,800
चांदी वायदा प्रति किलोग्राम : 37,285
सिक्का लिवाली प्रति सैकड़ा : 80,000
सिक्का बिकवाली प्रति सैकड़ा : 81,000
गिन्नी प्रति आठ ग्राम : 27,300

यह भी पढ़ेंः- बजट ‘न्यू इंडिया’ वाला: गरीबों-किसानों पर करम, अमीरों पर सितम, मिडिल क्लास का तोड़ा भ्रम

36 हजार प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकते हैं सोने के दाम
सरकार के इंपोर्ट ड्यूटी में इजाफे के बाद देश के सर्राफा कारोबारियों की ओर से आवाज उठने लगी है। जानकारों की मानें तो सरकार के इस कदम से एक महीने से भी कम समय में सोने के दाम में और इजाफा देखने को मिल सकता है। आंकड़ों की बात करें तो सोना 36 हजार प्रति दस ग्राम पार कर सकता हैै। यह प्रिडिक्शन अगस्त माह के शुरूआती सप्ताह के लिए किया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो सोने के दाम एक अलग लेवल पर पहुंच जाएंगे।

यह भी पढ़ेंः- Budget 2019: साल के अंत में 3 खरब डाॅलर हो जाएगी देश की अर्थव्यवस्था

गोल्ड की बढ़ जाएगी स्मलिंग
नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर गोल्ड एसोसिएशन के एक पदाधिकारी ने कहा कि सरकार यह कदम गोल्ड मार्केट के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। अगर सरकार के पहलू से बात करें तो सोने या यूं कहें कि गोल्ड ज्वेलरी के आयात कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है। लेकिन इसमें सिक्के का दूसरा पहलू भी है। वो ये है कि सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ जाने से अब उसकी स्मलिंग बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि सोना चाइना, जापान, इटली औैर बैंकॉक के रास्ते गैरकानूनी तरीके से भारत आएगी। आने वाले दिनों में ऐसा देखने को मिल सकता है।

यह भी पढ़ेंः- आम जनता के टैक्स का ऐसे बंटवारा करती है सरकार, जानिए सरकारी खजाने में अपना योगदान

कालाधन गोल्ड में खपेगा
वहीं सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ जाने से लोग अब अपना कालाधन गोल्ड खपाएंगे। क्योंकि सोने के दाम बढऩे और कालाबाजारी होने की वजह से ज्यादा मुनाफे के लिए ज्यादा लोग अपनी ब्लैक मनी को गोल्ड में इंवेस्ट कर अपने पास रखेंगे। यानी सरकार की ब्लैक मनी के खिलाफ मुहिम भी धरी की धरी रह जाएगी। ऐसे में सरकार का यह कदम गोल्ड इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा सकता है।

यह भी पढ़ेंः- Home Loan : बजट में घर खरीदारों को मोदी सरकार ने दिया तोहफा, जानिए आपको कितना फायदा मिलेगा

गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम होगी बेअसर
इंपोर्ट ड्यूटी के बढ़ जाने से सरकार की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम बुरी से तरह से प्रभावित होगी। इस स्कीम के तहत कोई भी अपने गोल्ड को अकाउंट में नहीं रखेगा। सब अपने पास रखेंगे। ताकि सरकार की नजरों से बचकर उन्हें गैरकानूनी तरीके से ज्यादा मुनाफा दे सके। वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा बनाई जा रही गोल्ड पॉलिसी भी पूरी तरह से फेल हो जाएगी।

यह भी पढ़ेंः- 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएगी मोदी सरकार, बजट में किया बड़ा ऐलान

बिना बिल के बिकेगा गोल्ड
यूपी सर्राफा एसोसिएशन के संगठन मंत्री सर्वेश अग्रवाल की मानें तो सोने के दाम में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ेगी तो लोग कम दामों में सोना खरीदने के चक्कर में बिना बिल के सोना ज्यादा खरीदेंगे। जिससे सरकार को इंडस्ट्री से मिलने वाले टैक्स में कमी आएगी। उन्होंने कहा सिर्फ यूपी या दिल्ली ही नहीं देश के करीब 25 से ज्यादा सर्राफा व्यापारी गोल्ड से इंपोर्ट ड्यूटी कम करने की डिमांड कर रहे थे। लेकिन सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर सभी सर्राफा व्यापारियों को निराश करने का काम किया है।

 

Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्‍ट्री, अर्थव्‍यवस्‍था, कॉर्पोरेट, म्‍युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.