खाद्य तेलों के दाम 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ गए

रिफाइंड तेल में मिलाए जाने वाले कई जरूरी रसायनों की आपूर्ति प्रभावित होने से भी दाम बढ़े हैं। इस साल देश में सरसों का उत्पादन 90 लाख टन हुआ है।

<p>खाद्य तेलों के दाम 50 प्रतिशत से अधिक बढ़ गए</p>

नई दिल्ली। कोरोना काल में खाद्य तेलों की कीमत आसमान छू रही है। इससे सरकार की चिंता बढऩे लगी है। वहीं आम उपभोक्ता भी प्रभावित हैं। खाद्य तेलों की कीमतें 50% तक बढ़ गई हैं। खाद्य तेलों के मामले में भारत तीन चौथाई तक जरूरत विदेश से आने वाले कच्चे खाद्य तेल से पूरी करता है। रिफाइंड तेल में मिलाए जाने वाले कई जरूरी रसायनों की आपूर्ति प्रभावित होने से भी दाम बढ़े हैं। इस साल देश में सरसों का उत्पादन 90 लाख टन हुआ है। इसमें सबसे अधिक उत्पादन राजस्थान में 35 लाख टन, उत्तर प्रदेश में 15 लाख टन, पंजाब व हरियाणा में 10.5 लाख टन तथा पश्चिमी बंगाल में 5 लाख टन का उत्पादन हुआ है।

किसानों की कमाई-
इस बार ज्यादातर किसानों ने एमएसपी से अधिक दाम पर सरसों बेची है। कई राज्य सरकारें इस बार सरसों नहीं खरीद पाई हैं, क्योंकि सरकार तो एमएसपी (4650 रुपए प्रति क्विंटल) पर ही खरीद करेगी। इस साल किसानों ने औसतन 5500 से 6300 रुपए तक सरसों बेची है।

पिछले साल और इस साल के भाव-
खाद्य तेल कीमत कीमत
2020 2021
सरसों तेल १३५ १८५
वनस्पति तेल ११० १५०
सोया तेल १२५ १७०
सूरजमुखी तेल १३५ १९०
मूंगफली तेल १७५ १९८

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