ये है पूरा मामला दरअसल भारतीय जनता पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल @BJPIndia पर पेट्रोल-डीजल पर एक ग्राफ पोस्ट किया है। जिसमें बताया गया है कि 16 मई 2004 से लेकर 10 सितंबर तक के ग्राफ को दिखाया गया है। इस पोस्ट में बताया गया है कि 16 मई 2004 को पेट्रोल की कीमतें 21.74 रुपए प्रति लीटर थी, जो 16 मई 2009 को बढ़कर 30.86 रुपए प्रति लीटर गई। इसी तरह 16 मई 2014 को यह 56.71 रुपए प्रति लीटर पहुंच गया। और फिर 10 सितंबर 2018को 72.83 रुपए प्रति लीटर जा पहुंचा। इन 14 साल की कीमतों को बीजेपी ने आकंड़ेंबाजी के तौर पर दिखाया है और ये साबित करने की कोशिश की है कि प्रतिशत आधार पर पेट्रोल में 13% और डीजल में 28% की कमी दिखाई गई है।
सरकार की किरकिरी अपने ट्विटर हैंडल @BJPIndia पर इस ग्राफ को पोस्ट कर सरकार खुद मजाक का पात्र बनकर रह गई है। पोस्ट को देखकर लोग जमकर सरकार का मजाक उड़ा रहे हैं। एक पोस्ट में कहा गया है कि ‘अब इनके दिमाग की बत्ती बुझ गई है क्योंकि अब इनका काम केवल फेंकना रह गया है। तो कई कुछ लोगों ने सरकार के इस कदम के लिए उन्हें Moronतक कह डाला है। आलम यह है कि इतनी किरकिरी होने के वावजूद ये पोस्ट अभी भी ट्विटर पर मौजूद है।