दशहरा तक सोना 60 हजार और चांदी कर सकता है 1 लाख रुपए पार, जानिए इसके पीछे के कारण

जानकारों की मानें तो इस बार कीमती मेटल्स की कीमतों में और अच्छी तेजी देखने को मिलेगी। अनुमान के अनुसार दशहरा के त्योहार तक सोना 60 हजार और चांदी एक लाख के स्तर को पार कर सकती है।

<p>By Dussehra, gold can cross 60,000, silver crosses Rs 1 lakh</p>

नई दिल्ली। कोविड-19 के केसों के बढऩे के साथ अब सोना और चांदी की कीमत में भी इजाफा होना शुरू हो गया है। सोना और चांदी की कीमत में तेजी उसी तरह से देखने को मिल रही है, जिस तरह से पिछले साल भारत समेत पूरी दुनिया में कोविड की एंट्री के साथ देखने को मिली थी। इस बार फर्क इतना है कि पिछली बार डॉलर में गिरावट और रुपए में तेजी थी। इस बार रुपए में भी अच्छी खासी गिरावट देखने को मिल रही है। जानकारों की मानें तो इस बार कीमती मेटल्स की कीमतों में और अच्छी तेजी देखने को मिलेगी। अनुमान के अनुसार दशहरा के त्योहार तक सोना 60 हजार और चांदी एक लाख के स्तर को पार कर सकती है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर वो कौन से कारण है कि सोने और चांदी की कीमत में तेजी के कौन से कारण हो सकते हैं।

रुपए में लगातार गिरावट
बीते कुछ हफ्तों से रुपए में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। एक महीने में 3 रुपए से ज्यादा नीचे गिर चुका है। मार्च के महीने में जहां रुपए डॉलर के मुकाबले 72 रुपए के आसपास था वो अब 75.80 रुपए के आसपास पहुंच चुका है। जिसके आने वाले दिनों में 78 रुपए तक जाने के आसार लगाए जा रहे हैं। जिसका असर कीमती धातुओं यानी सोना और चांदी की कीमत में देखने को मिल सकता है। जानकारों की मानें तो जब भी रुपए में गिरावट आती है तो भारत में सोने की कीमत में तेजी देखने को मिलती है। वहीं इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर में गिरावट देखने को मिलती है तो सोना और चांदी की कीमत को सपोर्ट मिलता है।

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जीडीपी ग्रोथ में अस्थिरता
कुछ हफ्तों तक ग्लोबल और इंडियन जीडीपी ग्रोथ में अच्छे अनुमान लगाए जा रहे थे, लेकिन जब से देश और दुनिया में कोविड केसों में तेजी देखने को मिली है, तब से तमाम इकोनॉमिक एजेंसीज ने भारत की ग्रोथ को नीचे की ओर रखना शुरू कर दिया है। बुधवार को केयर रेटिंग्स की ओर से आई रिपोर्ट के अनुसार भारत की जीडीपी ग्रोथ 10.2 फीसदी रह सकती है। जबकि इससे पहले एजेंसी ने यही अनुमान 10.9 फीसदी का लगाया था। जबकि 24 मार्च को एजेंसी की ओर से भारत की जीडीपी ग्रोथ 11.2 फीसदी रखी थी। यानी बीते एक महीने में भारत की जीडीपी को तीन बार नीचे किया जा चुका है। ऐसे में निवेशक किसी की बजाय सेफ हैवन में निवेश करना जारी रख सकता है।

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महंगाई में इजाफा
वहीं दूसरी ओर देश और दुनिया में महंगाई में इजाफा देखने को मिल रहा है। जापान से लेकर अमरीका में महामारी पैकेज की घोषणा में लगे हुए हैं। जिसकी वजह से दुनिया में महंगाई दर में इजाफा होने की उम्मीद बढ़ गई है। वहीं भारत भी कई सेक्टर्स को बूस्ट करने के लिए लिक्विडटी बढ़ा रहा है। इस महीने की मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक में भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा था कि वो मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ाने का काम जारी रहेंगे। वहीं दूसरी ओर खुदरा और थोक महंगाई दर के आंकड़ों भी 8 साल के उच्चतम स्तर पर आ गए हैं। जिससे सोना और चांदी को सपोर्ट मिलना तय है।

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कोविड के आंकड़े तीन गुना ज्यादा
अगर पिछले साल से तुलना करें तो देश में कोविड के आंकड़े तीन गुना ज्यादा आ रहे हैं। पिछले साल रोजाना कोविड केसों में इजाफा एक लाख भी नहीं पहुंचा था। अब इसका आंकड़ा 3 लाख से ज्यादा हो गया है। जिसकी वजह से प्रत्येक सेक्टर में अस्थिरता बढ़ गई है। निवेशक सावधानी के मूड में आ गए हैं। जैसा कि पिछली बार देखा गया था कि निवेशकों ने शेयर बाजार और दूसरी कंपोनेंट को छोड़ सोने में निवेश बढ़ा दिया था, ऐसा इस बार भी देखने को मिल सकता है। वहीं एक अनुमान के अनुसार आने वाले दिनों में सोने की ग्लोबल डिमांड में इजाफा देखने को मिल सकता है। जिसकी वजह से कीमत में तेजी देखने को मिल सकती है।

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सोना और चांदी में ज्यादा भरोसा
वहीं दूसरी ओर निवेशकों का सोना और चांदी में भरोसा कुछ ज्यादा है। जब भी देश और दुनिया में इकोनॉमिक ग्रोथ चरमराती हुई दिखाई देती है निवेशक सोना और चांदी पर निवेश करना शुरू कर देते हैं। अगर 2020 की बात करें तो सोने ने 30 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दिया था। जबकि चांदी 35 फीसदी से ज्यादा रिटर्न देने में सफल हुई थी। यही कारण था था कि पिछले साल सोना 56190 रुपए के साथ ऑल टाइम हाइक पर पहुंच गया था। वहीं खंदी 79980 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गई थी।

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सोना 60 हजार और चांदी 1 लाख के पार
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार पिछले साल के मुकाबले इस साल कोविड 3 गुना ज्यादा खतरनाक दिखाई दे रहा है। ऐसे में सोना और चांदी की कीमत में ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है। सोना आज 48 हजार के आसपास कारोबार कर रहा है। जबकि चांदी 70 हजार के आसपास है। आने वाले दिनों में सोना 50 और चांदी 75 हजार क्रॉस करती दिखाई दे सकती है। वहीं डॉलर के साथ रुपए में भी गिरावट के कारण दहशरा तक सोना 60 हजार और चांदी 1 लाख के पार जा सकता है।

मौजूदा समय में सोना और चांदी की कीमत
मौजूदा समय में सोना और चांदी में शुरुआती तेजी के बाद दबाव देखने को मिल रहा है। पहले बात सोने की करें तो आज सोना 48,252 रुपए प्रति दस ग्राम पर खुला जो 48,260 रुपए के साथ दिन के उच्च स्तर पर पहुंचा। मौजूदा समय 11 बजकर 15 मिनट पर सोना 47,951 रुपए पर कारोबार कर रहा है। आपको बता दें कि अप्रैल के महीने में सोना 3 हजार रुपए से ज्यादा महंगा हो चुका है। चांदी की बात करें तो मौजूदा समय यानी 11 बजकर 15 मिनट पर 346 रुपए की गिरावट के साथ 69,992 रुपए पर कारोबार कर रहा है। जबकि आज चांदी 70,399 रुपए पर खुली थी। अप्रैल के महीने में चांदी 5 हजार रुपए से ज्यादा महंगी हो चुकी है।

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