Jyotiraditya Scindia Love Story प्रियदर्शिनी को देखते ही हो गए फ़िदा पर मां पहले ही ले चुकीं थीं ये फैसला परिजनों ने बताया कि भानपुरा तहसील के ग्राम ढाबला माधोसिंह निवासी मोतीलाल के पुत्र विकास दास का विवाह राजस्थान की रामगंजमंडी तहसील के गांव भीमपुरा निवासी मांगीलाल दास की पुत्री नेहा के साथ हुआ। महज 17 मिनट में विवाह संपन्न हो गया, यह विवाह अनोखे अंदाज में हुआ। संत रामपाल महाराज के सत्संग व उनकी लिखित पुस्तक जीने की राह से प्रेरणा पाकर गुरुवाणी के साथ सादगी से किया गया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया— सफल बैंकर से केंद्र में मंत्री तक, जानिए उनका राजनैतिक सफर इस विवाह मे दोनों तरफ से परिवारों की सहमति थी व दहेज का बहिष्कार कर बिना फेरों की रस्म के विवाह संपन्न हुआ। इस विवाह में प्रहलाद दास, रामलाल दास, सांवरलाल दास, भेरुदास, महेश दास, गिरधारी दास व वर-वधू के माता-पिता के साथ कुछ लोग ही मौजूद रहे।इस सादगीपूर्ण विवाह की खासी चर्चा है.
अरबों की संपत्ति के मालिक हैं सिंधिया, देशभर में हैं अनेक महल देहज की कुप्रथा के खिलाफ पहल
तहसील सेवादार रामकिशन दास ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में ऐसे दहेज मुक्त विवाह करवाए जा रहे हैं। इस तरह की पहल से शादी की फिजूलखर्ची रूकेगी और अन्य लोग भी दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ आगे आकर सादगी से विवाह करेंगे।
तहसील सेवादार रामकिशन दास ने बताया कि पूरे भारतवर्ष में ऐसे दहेज मुक्त विवाह करवाए जा रहे हैं। इस तरह की पहल से शादी की फिजूलखर्ची रूकेगी और अन्य लोग भी दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ आगे आकर सादगी से विवाह करेंगे।