कोविड टीकाकरण से बच रहे जिले के प्रौढ़-बुजुर्ग हितग्राही
मंडला. जिले में भले ही तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है और टीकाकरण केंद्रों में टीका लगवाने के लिए लोगों की भीड़ भी उमड़ रही है लेकिन यह भीड़ सिर्फ 18-44 वर्ष की उम्र के युवाओं की है। 45 वर्ष एवं उससे अधिक की उम्र के प्रौढ़ और 60 वर्ष से अधिक की उम्र के बुजुर्ग हितग्राहियों की उपस्थिति इस भीड़ में से नदारद है। यह आश्चर्यजनक है कि एक ओर शासन की ओर से चलाए जा रहे जागरुकता अभियान के तहत गांव गांव में टीकाकरण के लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है और इसका नतीजा भी सामने आने लगा है कि अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी टीकाकरण के लिए लोग उमडऩे लगे हैं लेकिन यहां भी भीड़ में प्रौढ़ और बुजुर्ग हितग्राहियों की संख्या बेहद नगण्य है। जिला टीकाकरण कार्यालय के आंकड़े बता रहे हैं कि जिले में 45-59 वर्ष की उम्र के मात्र 47 प्रतिशत लोगों ने ही टीकाकरण कराया है। जबकि टीकाकरण के लिए 60 वर्ष की उम्र से अधिक के हितग्राहियों की संख्या मात्र 43 प्रतिशत पर आकर ठहर गई है।
ये है वास्तविकता
जिले भर में 45-59 वर्ष की उम्र के ऐसे हितग्राहियों की संख्या 1 लाख 61 हजार 555 है जिन्हें टीकाकरण किया जाना है लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि अब तक जिले भर में उक्त आयु के 75 हजार 699 हितग्राहियों ने ही टीके लगवाए हैं। जो कुल लक्ष्य का 47 प्रतिशत है। इनमें से दूसरे डोज का टीका लगवाने के लिए लक्ष्य 75 हजार 699 निर्धारित है इसमें से मात्र 25 प्रतिशत लोगों ने ही टीका लगाया है यानि 18 हजार 655 हितग्राहियों ने ही वैक्सीन की दूसरी डोज ली है।
बुजुर्गों का प्रतिशत और कम
जिले में वैक्सीन लगवाने में 60 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों में भी अब रुझान कम दिख रहा है। जिले में ऐसे बुजुर्गों की संख्या 1 लाख 5 हजार 255 है जिन्हें वैक्सीन लगाने के लिए चिन्हित किया गया है लेकिन अब तक लक्षित हितग्राहियों में से 45 हजार 160 बुजुर्ग हितग्राहियों ने ही टीका लगवाया है। यानि वैक्सीन लगवाने वालों का प्रतिशत 43 पर आकर सिमट गया है। उक्त सभी 45 हजार 160 लोग अपने नियम अवधि के बाद वैक्सीन की दूसरी डोज ले सकते हैं। इनमें से 13 हजार 463 ने वैक्सीन की दूसरी खुराक ली है।