पलायन रोकने काम आई संस्था की पहल

खेती के लिए किया प्रेरित, समूह की मदद से खुलवाई दुकान

<p>पलायन रोकने काम आई संस्था की पहल</p>

मंडला. घुघरी व मवई विकासखंड के पिछड़े ग्रामो में समाज सेवियों की पहल से पलायन को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिल रही है। सरस डोली, बहरा टोला एवं घुरघुटी में पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के दौरान दर्जनो मजदूर पलायन करके लौटे थे। जिन्हें रोजगार से जोडऩे के लिए प्रयास शिक्षा समिति ने पहल शुरू की। यहां महिला समूह गठित कर समूह के माध्यम से किराना दुकान का संचालन कराया गया। जो समूह के लिए आर्थिक मदद का अच्छा साधन बना। इसी तरह पिछले वर्ष संक्रमण काल के समय जो मजदूर परेशान होकर महानगरों से वापस लौटे थे उनको दोबारा से काम की तलाश में पलायन ना करना पड़े इसके लिए भी प्रयास किए गए। ऐसे लोगों को गांव में ही रहकर खेती किसानी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने प्रेरित किया गया। प्रयास समिति द्वारा गूंज के सहयोग से 12 गांव के 62 लोगों को धान का बीज एवं सब्जी बीज उपलब्ध कराकर कृषि कार्य की जानकारी दी और प्रोत्साहित किया। जिसमें खमरिया, दूबा, परसा टोला, परसवाह, खोड़ाकुदरा, डूडा देई, बहरा टोला, अंधा टोला आदि गांव के किसान सम्मिलित है। इस वर्ष कोरोना ने फिर से दस्तक दी तो ग्रामीणों के लिए पिछली मदद भरण पोषण का माध्यम बन रही है।


प्रयास संस्था की अध्यक्ष उत्तरा परवार का कहना है कि ग्रामीण को गांव में ही रोजगार मिले इसके लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। कोरोना ने फिर से दस्तक दे दी है। जिसके बाद गांव गांव पहुंचकर लोगों की मदद की जा रही है। लोगों को मास्क एवं जरूरत की आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है। शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का विशेष रूप से पालन करने, मास्क पहनने, सामाजिक दूरी का पालन करने, वैक्सीनेशन सेंटर में पहुंचकर अनिवार्य रूप से वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मवई एवं घुघरी विकासखंड के ग्रामों में लोगों का छोटा-छोटा समूह तैयार कर गांव में मूलभूत जरूरत के कार्यों को हल कर लेते हैं लेकिन वर्तमान में कोरोना कफ्र्यू के चलते लोगों को बगैर काम किए जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। ताकि लोग बिना जरूरी काम के बाहर ना जाएं।

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