क्या है सब्सक्रिप्शन मॉडल
सब्सक्रिप्शन के जरिए कोई भी बिजनेस ना केवल कस्टमर को अपने साथ बनाए रख सकता है बल्कि एक स्थायी रेवेन्यू भी उसे नियमित मिलता रहता है। वर्ष 2018 में ग्लोबली 27 फीसदी ऑनलाइन शॉपर्स ने ई-कॉमर्स सर्विस को सब्सक्राइब किया, जबकि 46 प्रतिशत लोग ऐसे रहे जिन्होंने नेटफ्लिक्स व स्पोटीफाई जैसी वीडियो स्ट्रीमिंग साइट्स को सब्सक्राइब किया लेकिन सब्सक्रिप्शन मॉडल जब ही सक्सेसफुल है, जब आपका कंटेंट, प्रोडक्ट या सर्विस कस्टमर को ना केवल सरप्राइज करे बल्कि उसे उसकी जरूरत के अनुसार कम दाम में उपलब्ध कराता रहे। किस बिजनेस को कौनसा मॉडल अपनाना चाहिए यहां हमने यह जानने का प्रयास करना होगा।
मेम्बरशिप वेबसाइट मॉडल
किसी भी यंग एंटरप्रेन्योर को यह जानना जरूरी है प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग-अलग सब्सक्रिप्शन मॉडल के ऑप्शन मौजूद हंै। इनका चयन सावधानी से करें। यदि आप इंडस्ट्री एक्सपर्ट हैं, जिसमें आप अपनी नॉलेज शेयर करना चाहते हैं या टीचिंग से सबंधित एक्सपर्ट एडवाइज देना चाहते हैं तो मेंबरशिप वेबसाइट मॉडल सही ऑप्शन होगा। इसकी शुरुआत करने से पहले आप सबंधित क्षेत्र के एक्सपर्ट को अपने साथ जोड़े और एक्सपर्ट कम्यूनिटी डवलप करें। एक्टिव एक्सपर्ट के कंटेंट को प्लेटफॉर्म पर सब्सक्राइब्ड करें। इसमें वीडियो ब्लॉग्स, लर्निंग लैसन या एक्सपर्ट एडवाइज शामिल करें। मैजिक स्ट्रीम जैसी वेबसाइट्स के मॉडल इसके अच्छे उदाहरण हैं।
इंडिया को आया रास यह मॉडल
सब्सक्रिप्शन मॉडल का एंटरटेनमेंट इंडस्ट्रीज में सही प्रकार से कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है इसका उदाहरण है नेटफ्लिक्स जैसी कंपनियां हैं। सब्सक्राइब्ड कस्टमर की डिमांड के अनुसार वीडियो कंटेंट उपलब्ध कराना ही इस मॉडल का बेस है। ट्रायल, क्वालिटी कंटेंट, फीडबैक, ऑफर आदि के जरिए इस मॉडल ने सबसे अलग पहचान बनाई है। युवाओं में भी नेटफ्लिक्स का खासा प्रभाव देखा गया है। नेटफ्लिक्स मॉडल का उपयोग एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के अलावा जिन पॉपुलर सेक्टर में किया जा रहा है उनमें योगा, ई-लर्निंग व फिटनेस प्रमुख है। इंडिया में भी इस मॉडल का सबसे अधिक उपयोग किया जा रहा है। जहां सब्सक्राइब्ड कस्टमर की डिमांड व जरूरत के अनुसार प्रोग्राम डिजाइन किए जा रहे हैं।