सही भावना
सबसे पहले यह समझें कि कोई भी नेगेटिव फीडबैक आपके लिए गिफ्ट होता है। यह समझने में मदद करता है कि कंपनी या मैनेजर की आपसे क्या-क्या अपेक्षाएं हैं और आपके कार्यों को कंपनी में किस तरह से देखा जा रहा है। यदि आप सही भावना से काम करेंगे तो आपको सही तरह से देखा जाएगा।
अच्छी तरह से सुनें
अगर आप किसी भी बात को अच्छी तरह से सुनने की आदत विकसित कर लेते हैं तो आसानी से समझ जाते हैं कि मुद्दा क्या है और किस चीज पर फोकस करना है। नेगेटिव फीडबैक की सहायता से आप खुद में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं और अपने कॅरियर को एक सही शेप दे सकते हैं।
विश्लेषण करें
नेगेटिव फीडबैक मिलने पर असंतोष जाहिर न करें। इसका सही विश्लेषण करें और कमियों को रेखांकित करें। अपनी स्ट्रेंथ पर फोकस करें और चेक करें कि फीडबैक के मुख्य बिंदुओं में आपकी किन कमियों की बात की गई है। अपनी कमियों को दूर करने के लिए लगातार प्रयास करते रहें।
टुकड़े कर लें
आप खुद को मिले नेगेटिव फीडबैक को टुकड़ों में बांट लें और एक-एक हिस्से पर काम करें। आपको एक साथ कई बिंदुओं पर विचार करने से बचना चाहिए।