कम्यूनिकेशन स्किल्स से बनाएं मजबूत संबंध, जल्दी मिलेगी ग्रोथ

आपके बिजनेस की ग्रोथ कैसी है या फिर वह कितना सफल रहा है यह कई बातों पर निर्भर करता है, जिनमें सामान्य तौर पर आपकी मार्केटिंग या सेल्स स्ट्रेटजी, कस्टमर सेटिसफेक्शन, इकोनॉमी, प्रोडक्ट और सर्विस आदि शामिल हैं।

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आपके बिजनेस की ग्रोथ कैसी है या फिर वह कितना सफल रहा है यह कई बातों पर निर्भर करता है, जिनमें सामान्य तौर पर आपकी मार्केटिंग या सेल्स स्ट्रेटजी, कस्टमर सेटिसफेक्शन, इकोनॉमी, प्रोडक्ट और सर्विस आदि शामिल हैं। कुछ ऐसे फैक्टर भी हैं, जिसे अधिकतर बिजनेस नजरदांज कर देते हैं। वे हैं लॉयल्टी, प्रोडक्टिविटी और बिजनेस में आपके एम्प्लाई का पॉजिटिव एंगेजमेंट। विशेषकर एम्प्लाई की पॉजिटिव या निगेटिव एनर्जी स्मॉल बिजनेस के सक्सेसफुल या नॉर्मल रन में एक बड़ा फैक्टर है। हालांकि एम्प्लाई की मेंटल स्ट्रेंथ या फिर उसके बिहेवियर को ट्रेडिशनल बिजनेस सेटअप में इग्नोर किया जाता रहा है लेकिन नए बिजनेस युग में इस ओर ध्यान दिया जा रहा है, जिससे अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं।

थैंक वर्ड करता है कनेक्ट
जनरेशन एक्स एम्प्लाई सोशल मीडिया फ्रेंडली होते हैं। वे वर्कप्लेस में भी फ्रेंडली माहौल को अधिक प्राथमिकता देना पसंद करते हैं। इसलिए एंटरप्रेन्योर को चाहिए कि वह एम्प्लाई के साथ कनेक्ट करने के लिए सोशल मीडिया वर्डबुक का उपयोग करें। इसमें एम्प्लाई की किसी भी उपलब्धि या फिर उसके अच्छे सुझाव पर बॉस का पूरे स्टाफ के सामने उसे थैंक्स कहना एक बेहतर कम्यूनिकेशन का कॉन्सेप्ट बन रहा है। यदि फेस टू फेस थैंक्स कहना पॉसिबल ना हो तो आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या फिर ई मेल के जरिए भी उससे कनेक्ट करना ना भूलें।

रेग्यूलर टीम कंवर्सेशन बेहद जरूरी
स्टार्टअप के साथ जुडऩे वाले अधिकतर एम्प्लाई के पास वर्क एक्पीरियंस का अभाव होता है। इसलिए बिजनेस की ग्रोथ या फिर उसकी प्लानिंग को सही प्रकार से कैसे एग्जीक्यूट करवाया जाए यह किसी भी यंग एंटरप्रेन्योर के लिए सबसे चैलेंजिंग होता है। इसलिए एंटरप्रेन्योर को चाहिए कि वह स्टाफ को लेकर किसी भी प्रकार का पूर्वानुमान की बजाए नियमित उनके साथ बातचीत करें। आपका कंवर्सेशन ऑफिस के जरूरी काम के अलावा हल्के-फुल्के टॉपिक पर भी हो सकता है। इसमें सोशल मीडिया का बिजनेस पर प्रभाव, बजट, पॉलिटिक्स, वल्र्ड इकोनॉमी या टारगेट, क्लाइंट मीटिंग या नई मार्केट स्ट्रेटजी भी हो सकती है।

अवार्ड मंथली या इयरली भी संभव
कर्मचारियों के उत्साहवर्धन के लिए एम्प्लाई ऑफ द मंथ, एम्प्लाई ऑफ द ईयर या फिर बेस्ट एम्प्लाई का सलेक्शन अलग-अलग सेगमेंट के अनुसार भी किया जा सकता है। हालांकि इस बात का आप ध्यान रखें कि अवॉर्ड कल्चर से निगेटिव कॉम्पिटिशन आपके एम्प्लाई के बीच जनरेट ना हो। ऐसी एक्टिवटी के बारे में समय-समय पर एम्प्लाई से चर्चा भी करें और इसमें नई कैटेगरी भी शामिल करते रहें। इनसे ना केवल एम्प्लाई आत्मविश्वासी महसूस करेगा बल्कि संस्थान को भी हमेशा प्राथमिकता पर रखेगा। कई शोधों में यह साबित भी हो चुका है कि सम्मान से वर्क एफिशिएंसी पर भी फर्क पड़ता है।

संस्थान में करें अवॉर्ड कल्चर की शुरुआत
एम्प्लाई के वर्क की तारीफ करना ऑफिस का जनरल ट्रेडिशन होता है। उस काम को अवॉर्ड के जरिए मैमोराइज करना उस एम्प्लाई के लिए सबसे यादगार क्षण साबित हो सकता है। इसलिए ऑफिस में अवॉर्ड कल्चर की शुरुआत करनी चाहिए। इससे कर्मचारी को सेल्फ मोटिवेशन भी मिलता है। आपके बिजनेस का साइज क्या है? इससे अवॉर्ड कल्चर का कोई कनेक्शन नहीं होता है। आपकी कंपनी में चाहे दो एम्प्लाई हो या फिर अधिक आप उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए इस कल्चर को अपना सकते हैं। अवॉर्ड कल्चर में आप अलग-अलग कैटेगरी का निर्धारण कर सकते हैं, लेकिन यह अच्छा प्रयोग होगा।

रिवॉर्ड भी एक अच्छा ऑप्शन
जनरेशन एक्स एम्प्लाई पॉजिटिव एनर्जी के साथ काम में एंगेज रहे इसके लिए रिवॉर्ड ऑप्शन भी कारगर तरीका है। रिवॉर्ड ऑप्शन में एम्प्लाई सरप्राइज दिया जाता है। एम्प्लाई की स्मॉल अचीवमेंट भी कंपनी के लिए कितनी यूजफुल है इसका अहसास एम्प्लाई को कराना आवश्यक है। इसलिए एंटरप्रेन्योर को चाहिए कि उसे पर्सनलाइज्ड गिफ्ट या मूवी टिकट, शॉपिंग वाउचर आदि दें। इससे काम को लेकर उसका उत्साह बढ़े और वह अधिक एनर्जी के साथ अपने नए टारगेट को अचीव करने का प्रयास करे। इसके लिए आपको अधिक बजट की आवश्यकता नहीं होगी।

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