ईंट ढोने वाली ट्रॉली से देखने गए नाइट व्यू, 80 फीट की ऊंचाई पर जाकर पलट गई, 7 में से 6 की मौत

फॉर्म हाउस पर तैनात चौकीदार ने सुनाई हादसे की कहानी

महू/ नए साल के जश्न के दौरान एक गलती ने मध्यप्रदेश के बड़े बिजनेसमैन का पूरा परिवार खत्म कर दिया है। ईंट ढोने वाली ट्रॉली पर सवार होकर यह परिवार पतालपानी का नजारा देखने जा रहा था। लेकिन 80 फीट की ऊंचाई पर जाकर यह ट्रॉली पलट गई। परिवार के सभी लोग अचानक से नीते सीमेंट बेस पर आ गिरे। ट्रॉली में सवार छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि निधि अग्रवाल का अभी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दरअसल, साल के आखिरी दिन यह दर्दनाक हादसा महू से छह किलोमीटर दूर पातालपानी रोड पर बने एक फॉर्म हाउस में हुआ है। पहाड़ी के समीप बने पाथ इंडिया कंपनी के मालिक उद्योगपति पुनीत अग्रवाल के फॉर्म हाउस पर उनका परिवार नए साल का जश्न मना रहा था। फॉर्म हाउस के ऊपरी मंजिल से पातालपानी का नजारा दिखता है। परिवार के सात लोग ट्रॉली लिफ्ट से नीचे उतर रहे थे लेकिन 80 फीट की ऊंचाई पर लिफ्ट अचानक पलट गई।

लापरवाही में गई जान
आमतौर पर इस लिफ्ट का उपयोग बिल्डिंग निर्माण के दौरान ऊंचाई पर सामान पहुंचाने के लिए होती है। इस दौरान इस पर सवार होने वाले लोग सुरक्षा उपकरणों से लैस होकर ही चढ़ते हैं। लेकिन खर्चे बचाने के लिए पुनीत अग्रवाल ने अपने फॉर्म हाउस में इसे लगवा रखा था। नए साल पर जश्न के दौरान परिवार के लोग उत्साह में इस लिफ्ट में सवार होकर पतालपानी का नजारा देखने गए। लेकिन लिफ्ट पर क्षमता से अधिक लोग सवार हो गए। ऊपर जाकर यह पलट गई।
नहीं पहना था किसी ने हेलमेट
ट्रॉली लिफ्ट पर चढ़ने के लिए हेलमेट अनिवार्य होता है। लेकिन परिवार का हर सदस्य जश्न में डूबा था। इसलिए किसी ने मानकों का पालन नहीं किया। किसी ने हेलमेट नहीं पहना। सभी लोग ऐसे ही ऊपर चढ़ गए और पतालपानी का नजारा देखने लगे। लिफ्ट जब ऊपर जाकर पलटी तो सभी लोग नीचे सीधे सीमेंट बेसमेंट पर गिरे।
6 की मौत
सीमेंट बेस पर गिरने के बाद हादसे में पुनीत अग्रवाल, उनते तीन वर्षीय पोते नव, बेटी पलक, दामाद पलकेश, पलकेश के बहनोई गौरव और पलकेश के भांजे आर्यवीर की मौत हो गई जबकि गौरव की पत्नी निधि अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गई। निधि का इलाज चोइथराम अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चौकीदार कैलाश लिफ्ट ऑपरेट कर रहा था।
तकनीकी खराबी आई और लिफ्ट पलट गई
मंगलवार को शाम छह बजे लिफ्ट में अचानक तकनीकी खराबी आ गई। वह 80 फीट की ऊंचाई पर ही पलट गई। हादसे के बाद परिजन तुरंत सभी को लेकर महू के मेवाड़ा अस्पताल लेकर गए, जहां से भी को इंदौर भेजा गया। जहां छह को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
फॉर्म हाउस के चौकीदार ने कही ये बात
फॉर्म हाउस के चौकीदार कैलाश ने बताया कि बिल्डिंग में माल ऊपर लाने-ले जाने की ट्रॉली लिफ्ट बनाई थी, जिसे मैं रिमोट से ऑपरेट कर रहा था। पुनीत साहब सहित छह लोग उसमें सवार हुए, उनकी पत्नी उस पर नहीं चढ़ी, नीचे ही खड़ी रहीं। वहीं बेटा लिफ्ट ऊपर पहुंचने पर टंकी पर चढ़ गया। इस दौरान लिफ्ट को नीचे किया जा रहा था और अचानक ट्रॉली और लिफ्ट पलट गई। उसमें मौजूद सभी लोग धड़ाम से नीचे गिए गए।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.