MP Government Jobs निकली वेकेंसी, 15 अगस्त तक कर सकेंगे इन पदों के लिए आवेदन यहां सड़क न होने से एंबुलेंस तक नहीं पहुंच पाती है। शनिवार को भानखेड़ी में दुर्घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बरसते पानी के बीच खटिया को स्ट्रेचर और एंबुलेंस बनाना पड़ी। पानी से बचने को एक व्यक्ति छाता लेकर चलता रहा। खटिया पर घायल को लेकर 3 किमी का पहाड़ी रास्ता तय करना पड़ा, तब जाकर एंबुलेंस तक पहुंचे।
कालाकुंड पंचायत के भानखेड़ी गांव निवासी मोर सिंह कोहली शनिवार सुबह पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गए थे। पेड़ से गिरने से हाथ-पैर में गंभीर चोट आई। ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस बुलाई, लेकिन एंबुलेंस भगोरा घाट के ऊपरी हिस्से पर आकर रुक गई। ग्रामीणों ने बारिश के बीच घायल मोरसिंह को खटिया पर लेटाया और 3 किमी लंबे घाट की चढ़ाई शुरू की।
10 ग्रामीण बारी-बारी से खटिया उठाते चलते रहे। कच्ची सड़क होने से कई जगह फिसलन थी, जैसे-तैसे ग्रामीण मोर सिंह को भगोरा ले गए। यहां एंबुलेंस से महू स्थित सिविल अस्पताल लाया गया, लेकिन यहां से सनावद रवाना कर दिया गया। कालाकुंड के जयराम कोहली ने बताया, पांच साल पहले भगोरा से कालाकुंड रोड बनाया जाना था, लेकिन 3 किमी के घाट पर अब तक सड़क नहीं बन पाई।
Government Jobs बेरोजगारों के लिए खुशखबरी, MP में जल्द लग सकती सरकारी नौकरी इसके चलते बारिश में परेशानी होती है। कालाकुंड पहुंचने के लिए दूसरा मार्ग चोरल से गुंजारा तक है। 11 किमी लंबी सड़क का 2018 में प्रोजेक्ट मंजूर हो चुका है। आज तक सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ। कुल मिलाकर दोनों ही सड़कों का काम रुका है। रेल मार्ग भी बंद था, हाल ही में इस पर एक मात्र ट्रेन शुरू हुई है। यह कहानी अकेले भानखेड़ी की नहीं बल्कि पहाडिय़ों से घिरे आधा दर्जन गांवों की है।