बताया जा रहा है कि कॉलेज के ही एक बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से छलांग लगाने से पूर्व आयुषी अपनी मां से फोन पर बात कर रही थी। मां से बात करने के ठीक पांच मिनट बाद उसने छत से छलांग लगा दी। मौत के बाद दो बातें सामने आ रहे हैं, जो उसके साथी बता रहे हैं।
दोस्तों के बयान एक जैसे नहीं
घटना के बाद कुछ दोस्तों ने कहा कि आयुषी को राहुल नाम की फेक आईडी से कोई परेशान कर रहा था। वहीं, पुलिस का कहना है कि वह पुलिस से शिकायत करती या फिर अपने घरवालों को यह बात बताती। लेकिन आयुषी ने अपने परिवार के किसी भी सदस्य से यह बात शेयर नहीं की। इसके साथ ही उसके कुछ दोस्तों का कहना है कि बरामदे में पाली पर बैठने के दौरान असंतुलित होने से वह गिर गई होगी।
घटना के बाद कुछ दोस्तों ने कहा कि आयुषी को राहुल नाम की फेक आईडी से कोई परेशान कर रहा था। वहीं, पुलिस का कहना है कि वह पुलिस से शिकायत करती या फिर अपने घरवालों को यह बात बताती। लेकिन आयुषी ने अपने परिवार के किसी भी सदस्य से यह बात शेयर नहीं की। इसके साथ ही उसके कुछ दोस्तों का कहना है कि बरामदे में पाली पर बैठने के दौरान असंतुलित होने से वह गिर गई होगी।
‘सुसाइड नहीं कर सकती वो’
आयुषी के पिता मोहन ने कहा कि शनिवार को रात ही वह अपने भाई-बहनों से हंसी-खुशी बात की है। उसे कोई टेंशन होता तो उसके चेहरे पर तो नजर आता या हमें बताती। घटना से 5 मिनट पहले ही आयुषी ने मम्मी को फोन कर परीक्षा का थोड़ा टेंशन होने की बात कह रही थी। उसके चंद मिनट बाद ही उसके गिरने की सूचना आ गई। हो सकता है, उसे किसी ने धक्का दिया हो। वह बहुत होनहार थी और सुसाइड नहीं कर सकती।
आयुषी के पिता मोहन ने कहा कि शनिवार को रात ही वह अपने भाई-बहनों से हंसी-खुशी बात की है। उसे कोई टेंशन होता तो उसके चेहरे पर तो नजर आता या हमें बताती। घटना से 5 मिनट पहले ही आयुषी ने मम्मी को फोन कर परीक्षा का थोड़ा टेंशन होने की बात कह रही थी। उसके चंद मिनट बाद ही उसके गिरने की सूचना आ गई। हो सकता है, उसे किसी ने धक्का दिया हो। वह बहुत होनहार थी और सुसाइड नहीं कर सकती।
दरअसल, इंडोरमा निवासी आयुषी रविवार को सुबह सात बजे कॉलेज बस से कॉलेज पहुंची थी। वह बीई इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन ब्रांच की द्वीतीय वर्ष की छात्रा थी। सहपाठियों ने बताया कि सुबह 11 बजे से एमएसटी के तहत पेपर था। सभी तीसरी मंजिल पर क्लास में बैठकर पढ़ाई कर रहे थए। 10.30 बजे पढ़ाई करते हुए आयुषी कॉपी लेकर बरामदे में चली गई। फिर अचानक उसके गिरने की आवाज आई। इसके बाद सभी के होश उड़ गए। उसे गंभीर हालत में पास ही के मेवाड़ा अस्पताल लाया गया, फिर महू के सिविल अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
टीआई करणी सिंह शक्तावत ने कहा कि प्रथम दृष्टया मामला खुदकुशी का लग रहा है। साथ पढ़ने वाले उसके साथियों के बयान लिए जाएंगे। छात्रा के मोबाइल का रिकॉर्ड भी खंगाला जाएगा, जिसके बाद सारी स्थिति स्पष्ट होगी।