आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए अलग काउंटर व वार्ड

इलाज में गोल्डेन कार्ड धारकों को मिलेगी वरीयतायूपी सरकार ने जारी किया शासनादेश

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आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध सरकारी अस्पतालों में लाभार्थी मरीजों को विशेष सुविधाएं मिलेंगी। इन मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया जाएगा जो सिर्फ इन्हीं के लिए आरक्षित रहेगा। इनका काउंटर अलग होगा और ऐसे मरीजों को जांच और डायग्नोसिस में भी वरीयता देनी होगी।
प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी की ओर से सभी जनपदों को इस संबंध में पत्र जारी किया गया है।
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योजना के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि शासन से आए निर्देश को अमल में लाने के लिए तैयारी की जा रही है। जिले में इस समय 20 सरकारी अस्पताल ऐसे हैं जो योजना के तहत सूचीबद्ध हैं। इनमें बीआरडी मेडिकल कालेज का नेहरु अस्पताल, जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल समेत 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं।
शासनादेश के मुताबिक आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों के लिए इन सभी अस्पतालों पर अलग से काउंटर बनाए जाएंगे जहां गोल्डेन कार्ड या प्लास्टिक कार्ड दिखाने पर प्राथमिकता के साथ ओपीडी की पर्ची दी जाएगी। अगर लाभार्थी के पास गोल्डेन कार्ड नहीं है तो काउंटर से ही तत्काल उसका गोल्डेन कार्ड बनवाया जाएगा।
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नोडल अधिकारी ने बताया कि लाभार्थियों के लिए बनने वाले पृथक वार्ड में योजना के मरीजों का इलाज करने वाले सरकारी अस्पतालों के लिए प्रतिपूर्ति धनराशि की भी व्यवस्था है। पैथालॉजी, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन जैसी जांचों में भी लाभार्थी को वरीयता देने का निर्देश है। ऐसे मरीजों की पर्ची पर यह मोहर भी लगेगी कि वह आयुष्मान लाभार्थी हैं या नहीं।
1416 प्रकार की बीमारियों का इलाज

योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संचिता ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को जागरूक करने एवं उन्हें अन्य सूचनायें उपलब्ध कराने के लिए आशा कार्यकर्ति्रयों को बुकलेट दिया गया है जिसमें विशेषज्ञता वार सूचीबद्ध अस्पतालों के ब्यौरा अंकित है। इसके अतिरिक्त समस्त सूचीबद्ध अस्पतालों में विशेषज्ञता वार बैनर लगाए गए हैं। सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के आधार पर ही इसके लाभार्थियों की सूची बनी है। सूची में शामिल लाभार्थी देश के किसी भी योजना के तहत सूचीबद्ध अस्पताल में 5 लाख तक का निशुल्क इलाज करा सकता है। योजना में 1416 प्रकार की बीमारियों का इलाज होता है लेकिन इसका लाभ सिर्फ भर्ती होने के बाद ही मिल पाता है। सूचीबद्ध अस्पताल में योजना का गोल्डेन कार्ड निशुल्क बनता है जबकि सहज जन सेवा केंद्रों पर यह कार्ड 30 रुपये देकर बनवाए जा सकते हैं। योजना की विस्तृत जानकारी टॉल फ्री नंबर 14555 या 1800-1800-4444 पर मिल जाती है। अधिक जानकारी के लिए सीएमओ गोरखपुर कार्यालय में स्थापित आयुष्मान भारत सेल से भी सम्पर्क किया जा सकता है।
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