स्कूल में बच्चों के पानी पीने तक के लिए कोई इंतजाम नहीं है। यहीं नहीं इस स्कूल में शौचालय तक नहीं बनाया गया, जिससे यहाँ पढऩे वाले बच्चों और अध्यापकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसको लेकर कई बार ग्राम प्रधान और सम्बंधित विभाग में शिकायत की गई मगर इस समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाये गए। वहीँ दूसरी तरफ स्वच्छता अभियान को भी यहाँ मुंह चिढ़ाया जा रहा है।
किले में और स्कूल के आस-पास चारों तरफ गंदगी फैली रहती है और कोई भी सफाई नहीं करता। गंदगी के बीच यहाँ के बच्चे पढऩे को मजबूर हैं। यही नहीं किले के पास रामलीला मैदान में भी गंदगी देखी जा सकती है।
दरअसल यहाँ स्थानीय लोग शौच करने आते हैं, जिससे चारों तरफ गंदगी हो रही है। स्कूल में फैली अव्यवस्थाओं और किले में फैली गंदगी को लेकर नागरिकों में खासा आक्रोश भी है।
यहाँ पढ़ाने वाली प्रियंका और भगवती बताते हैं कि स्कूल में बॉउंड्रीवाल न होने से आवारा जानवर आते हैं, जिससे चारों तरफ गंदगी हो जाती है। वहीं पानी की समस्या के कारण ही मिड-डे मील बनाने में भी दिक्कत आ रही है।