क्रिकेटर सुरेश रैना के रिश्तेदारों की हत्याः ट्वीट के बाद पुलिस सक्रिय, SIT गठित, तीन राज्यों में छापामारी

मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने ट्वीट करके दी जानकारीयूपी, हिमाचल और पंजाब में की जा रही छानबीनदो की हो चुकी है मौत, 35 से अधिक लोगों पर संदेह

<p>क्रिकेटर सुरेश रैना के ट्वीट के बाद पंजाब पुलिस सक्रिय, SIT गठित, तीन राज्यों में छापामारी</p>
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आदेश पर पंजाब के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने क्रिकेटर सुरेश रैना के रिश्तेदारों पर हमले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। इस हमले में सुरेश रैना के फूफा और भाई की मौत हो चुकी है। उन्होंने आज एक ट्वीट करके पंजाब सरकार से जानकारी चाही थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट करके एसआईटी गठित करने की जानकारी दी।
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फूफा और भाई की हो चुकी है मौत
यह घटना पंजाब के पठानकोट जिले में माधोपुर क्षेत्र के थरियाल गांव में 19 अगस्त, 2020 की रात्रि में हुई थी। क्रिकेटर के चाचा अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके बेटे कौशल ने सोमवार की रात्रि में दम तोड़ दिया। अशोक कुमार की पत्नी आशा रानी सहित परिवार के तीन अन्य सदस्य घायल हो गए, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
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पंजाब-हिमाचल सीमा पर होते हैं इस तरह के अपराध
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इस हमले में डी-नोटिफ़ाइड आपराधिक जनजाति से संबंधित अपराधी शामिल थे। इन अपराधियों को अक्सर पंजाब-हिमाचल सीमा पर अपराध करते देखा जाता है। एसआईटी को सभी संभावित बिन्दुओं पर जांच करेगी। डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार, मामले की 24X7 जांच कराने के लिए संगठित अपराध नियंत्रण इकाई की विशेष टीमों को भी शामिल किया गया है।
35 से अधिक लोग संदेह के घेरे में
समान प्रकृति के पिछले अपराधों में शामिल संदिग्धों का पता लगाने के लिए अंतर-राज्यीय छापे मारे जा रहे हैं। 35 से अधिक संदिग्ध संदेह के घेरे में हैं। हिमाचल और उत्तर प्रदेश के कुछ व्यक्तियों को संदिग्ध के रूप में पहचाना गया है। उनके मोबाइल नंबर और ठिकाने छाने जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय में गुरदासपुर, तरनतारन और अमृतसर में भी छापे मारे गए हैं।
सीसीटीवी देखे, छह मजदूरों से पूछताछ
मृतक अशोक कुमार के साथ काम करने वाले छह मजदूरों से पूछताछ की गई है। डीजीपी के अनुसार, संदिग्ध घटना को ट्रैक करने के लिए अपराध स्थल और आस-पास के स्थानों के टॉवर डंपों को ले जाया गया और तकनीकी विश्लेषण के लिए भेजा गया। आसपास के क्षेत्र, सेना और बीएसएफ के सीसीटीवी की जांच की गई है। अब तक की जांच से यह भी पता चलता है कि आरोपियों ने पड़ोस के तीन अन्य घरों को लूटने की योजना बनाई थी। डीजीपी के अनुसार, पंजाब में इस तरह की हुई पिछली घटनाओं की भी जाँच की जा रही है कि उन मामलों के संदिग्ध जेल में थे या बाहर।
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