Poisonous liquor scandal शिरोमणि अकाली दल मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़क पर, वापस जाओ के नारे

तरन तारन में शराब पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह
पुलिस ने अकालियों को एक किलोमीटर दूर अमृतसर बाईपास पर रोका, वही दिया धरना

<p>शिरोमणि अकाली दल मुख्यमंत्री के खिलाफ सड़क पर, वापस जाओ के नारे</p>
तरन तारन। पंजाब के अमृतसर, तरन तारन और बटाला (गुरदासपुर) में जहरीली शराब से 113 लोगों की मौत हो चुकी है। सर्वाधिक मौतें तरन तरन में हुई हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह तरन तारन स्टेडियम में शराब पीड़ितों के परिजनों से मिले। सरकारी नौकरी और पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल ने मुख्यमंत्री का विरोध किया। वापस जाओ के नारे लगाओ।
धरना देकर नारेबाजी

शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री का विरोध करने के लिए निकले। उन्हें तरन तारन में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल से एक किलोमीटर दूर अमृतसर बाईपास पर रोक दिया गया। कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने नारे लगाए- कांग्रेस सरकार मुर्दाबाद, कैप्टन अमरिन्दर सिंह गद्दी छोड़ो, कैप्टन अमरिन्दर सिंह वापस जाओ। कार्यकर्ता हाथों में काले झंडे लिए हुए थे। आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार शराब माफियाओं के हाथ में खेल रही है। यही कारण है कि अवैध शराब का धंधा जोरों पर चल रहा है।
सरकार की मिलीभगत का आरोप

शिरोमणि अकाली दल के जिलाधय्क्ष विरसा सिंह वल्टोहा ने आरोप लगाया कि जहरीली शराब के मामले में सरकार की मिलीभगत है। पीड़ित परिवार सरेआम इस मामले में कांगेस के विधायकों पर शराब बेचने का आरोप लगा रहे हैं। इस संबंध में कुछ ने पुलिस को लिखित शिकायत भी की है। इसके बाद भी पंजाब सरकार जानबूझकर भी कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने पीड़ित परिवारों को पांच लाख रुपये की सहायता राशि को कम बताते हुए 25 लाख रुपये देने की मांग की।
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