राम मंदिर निर्माण तक काशी-मथुरा पर बात नहीं करेगा विश्व हिंदू परिषद, विश्व की धार्मिक राजधानी बनेगी अयोध्या

– राम मंदिर निर्माण पूरा होने तक विहिप काशी-मथुरा विवाद में नहीं करेगा हस्तक्षेप
– 15 जनवरी से 21 फरवरी तक 4 लाख गांवों में राम उत्सव का आयोजन

<p>राम मंदिर निर्माण तक काशी-मथुरा पर बात नहीं करेगा विश्व हिंदू परिषद, विश्व की धार्मिक राजधानी बनेगी अयोध्या</p>
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाने तक विश्व हिंदू परिषद काशी-मथुरा के विषय पर बात नहीं करेगा। यह कहना है परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार का। उन्होंने साफ किया है कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता, तब तक संगठन किसी और केस में हाथ नहीं डालेगा। मंदिर पूरा होने में लगभग तीन साल का समय लग सकता है। श्रीराम मंदिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की मियाद तीन साल रखी है। इसलिए संगठन का फोकस फिलहाल इसी बात पर है कि पहले राम मंदिर का निर्माण तय समय में पूरा हो जाए और रामलला अपने स्थान पर विराजमान हो जाएं। जब तक यह पूरा नहीं हो जाता तब तक अन्य किसी मामले को संगठन तूल नहीं देना चाहता।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान विवादित स्थान नहीं

विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार कि संगठन राम मंदिर के निर्माण के बाद ही काशी व मथुरा के मामले पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान कोई विवादित स्थान नहीं है। वह भगवान श्रीकृष्ण का जन्मस्थान है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर चले लंबे संघर्ष के बाद अब जाकर बाधाएं दूर हुई हैं। मंदिर का निर्माण कार्य बाकी है। यह बड़ा काम है और इसमें तीन साल लगेंगे। इसलिए जब तक श्रीराम मंदिर नहीं बन जाता, तब तक संगठन कहीं और ध्यान नहीं देगा।
2021 तक चार लाख गांवों में राम उत्सव का आयोजन

विश्व हिंदू परिषद 27 फरवरी, 2021 तक देश के चार लाख गांवों में राम उत्सव का आयोजन करेगा। यह उत्सव त्रेतायुग जैसी दिखेगी। इसके जरिये सभा आयोजित कराई जाएगी और 11 करोड़ परिवार कुल मिलाकर 55 करोड लोगों से राम मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहायता भी प्राप्त करेंगे। पूरे देश में होने वाला यह उत्सव 15 जनवरी से 21 फरवरी तक मनाया जाएगा।
विश्व की धार्मिक राजधानी बनेगी अयोध्या

विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या विश्व की धार्मिक राजधानी बनेगी। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त को हुए मंदिर के शिलान्यास में शिरकत की थी। सभी संतों और प्रधानमंत्री मोदी के साथ श्रीराम निर्माण में भाग लिया था। यह उचित ही है कि श्रीराम मंदिर के साथ उनकी लीला सारे विश्व में अयोध्या से ही जाएगी। उन्होंने कहा कि रामलीला का प्रसारण दूरदर्शन पर करोड़ों लोगों ने देखा है। जैसे-जैसे समय बढ़ता जाएगा देखने वाले दर्शकों की भी संख्या बढ़ती जाएगी।
गौरतलब है कि मंदिर के शिलान्यास के बाद श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं।राम मंदिर निर्माण के लिए टेस्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। टेस्टिंग के लिए बनाए गए 12 पिलरों के भाग की क्षमता भी नाप ली गई है। सभी टेस्टिंग में काम करने के बाद पाइलिंग की तैयारी एलएंडटी कंपनी ने पूरी कर ली है। माना जा रहा है कि नवरात्र के पंचमी से कार्य शुरू कर दिया जाएगा जिसके लिए राम जन्मभूमि परिसर में एक और रिग मशीन पहुंच गया है। वहीं मंदिर के लिए 1200 पिलर बनाए जाएंगे। पिलर के बाद फाउंडेशन कार्य बनाए जाने की योजना है।
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