ये भी पढ़ें- लापता बेटी को ढूंढने के लिए पुलिस ने मांगी 10000 रुपए की रिश्वत, डीएम तक पहुंचा मामला इस साल मार्च में सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में चार फीसदी की वृद्धि की थी। हालांकि, बाद में अप्रैल माह में कोरोना महामारी के कारण राजस्व पर पड़ रहे असर को देखते हुए इसे जून 2021 तक टालने का फैसला किया था। सूत्रों की मानें, तो केंद्र सरकार इंडस्ट्रियल वर्कर्स के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI-IW) की गणना में आधार वर्ष (Base year) में बदलाव कर सकता है। अगर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI Index) की गणना में आधार वर्ष को 2016 कर दिया जाता है तो कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में इजाफा होकर रहेगा। इससे उत्तर प्रदेश के करीब 30 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को फायदा मिलेगा।
ये भी पढ़ें- 2022 में सत्ता में आने पर शिवपाल यादव का पेंशन को लेकर बड़ा ऐलान, इन लोगों को देंगे तोहफा कैसे करें महंगाई भत्ता calculate- महंगाई भत्ता की गणना मूल सैलरी (Basic Salary) पर होती है। गणना के लिए एक फार्मूला तय किया गया है, जोकि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price index या CPI) से तय होता है। इसके लिए महंगाई भत्ते का फीसदी (dearness allowance percentage) = पिछले 12 महीने का CPI का औसत- 115.76। अब जितना आएगा उसे 115.76 से भाग दिया जाएगा। जो अंक आएगा, उसे 100 से गुणा कर दिया जाएगा। वह होता है महंगाई भत्ता।