कोरोना की दूसरी लहर बेहद खतरनाक, सरकार को वक़्त रहते ठोस कदम उठाने की जरूरतः सपा प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने कहा कि गुरुवार को हाईकोर्ट के जज को अपने आदेश में यह कहना पड़ा कि स्थिति बेहद गंभीर है, सरकार को नाइट कर्फ्यू पर विचार करना चाहिए।

<p>Ashutosh</p>
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ का हाल भी बुरा है। रोजाना हजारों की तादाद में केस सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 5928 लोग कोरोना संक्रमित मिले, तो अकेले लखनऊ में यह संख्या 1188 रही। लखनऊ के ज्यादातर डॉक्टर्स भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। वहीं, हाईकोर्ट के चीफ़ जस्टिस गोविंद माथुर व जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा की बेंच ने अपने आदेश में कहा कि सरकार को नाइट कर्फ्यू व सभी लोगों के वैक्सिनेशन पर विचार करना चाहिए।
इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा ने कहा कि गुरुवार को हाईकोर्ट के जज को अपने आदेश में यह कहना पड़ा कि स्थिति बेहद गंभीर है, सरकार को नाइट कर्फ्यू पर विचार करना चाहिए। सभी आयु वर्ग के लोगों का वैक्सिनेशन कराना चाहिए। मग़र, इस सरकार के कानों पर जू तक नहीं रेंग रहा है।’
लगातार कोरोना संक्रमित हो रहे डॉक्टर्स पर भी उन्होंने अपने मत रखते हुए बताया कि ‘ताज्जुब की बात है कि लखनऊ के जितने भी बड़े हॉस्पिटल्स हैं, सबके प्रमुख कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। केंद्र व अलग-अलग राज्यों के कैबिनेट मंत्रियों से लेकर बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज तक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। लगभग शहर के हर इलाके में कोरोना पॉजिटिव मरीज़ पाए जा रहे हैं। अग़र आईएमए के आंकड़ों पर ध्यान दें, तो अब तक 741 डॉक्टर्स ने अपनी जान को कुर्बान कर दिया है। मग़र, सरकार को इससे क्या फर्क पड़ना है। इन्हें तो जगह-जगह जाकर चुनाव प्रचार करना है।’
डॉ. आशुतोष वर्मा ने योगी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि ‘क्या आप चुनाव की वजह से लोगों को खतरे में डाल रहे हैं? क्या आप आर्थिक वजहों से लोगों को ख़तरे में डाल रहे हैं? या फ़िर, आप भी इस चीज को सीरियस नहीं ले रहे हैं?’
उन्होंने आगे कहा कि ‘मैं एक डॉक्टर हूं और मुझे यह पता है कि इस बार स्थिति कितनी गंभीर यह है। कोरोना की यह दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। यह पिछली बार से ज्यादा तेजी से फैल रही है। वैसे भी अब बहुत देर हो चुकी है, लेकिन अग़र सरकार ने सही समय पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो स्थिति भयावह हो जाएगी। फिर, हम यही कहेंगे अब पछतावै होत का, जब चिड़िया चुग गए खेत।’
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.