2019 के लोकसभा चुनाव से पहले शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को एक स्ट्रांग पार्टी के रुप में उतारने की पूरी कोशिश में हैं। जारी की गई प्रवक्ताओं की लिस्ट में उन लोगों के नाम हैं जिनके खिलाफ अखिलेश यादव ने कार्रवाई की थी। लिस्ट में टॉप पर शारदा प्रताप शुक्ला का नाम है, जो 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने के बाद सपा के विरोध में उतरे थे। इसके बाद इन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था।
बता दें कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद शिवपाल सिंह यादव ने इसे धर्मयुद्ध करार देते हुए कहा कि जीत हमेशा सच की ही होती है। वहीं उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि रामायाण और महाभारत का जिक्र किया था।
2022 में सपा का नुकसान करने की तैयारी 2019 लेकसभा चुनाव में सेक्युलर मोर्चा के रास्ते उतरने वाले शिवपाल सिंह यादव 2022 विधानसभा चुनाव में भी सपा का नुसकान करने की पूरी तैयारी में है। मंगलवार को हुए कार्यक्रम के दौरान शिवपाल को 2022 में सीएम बनाने के स्लोगन गाए गए। यहां तक की एक गाना भी गाया गया जिसके बोल कुछ यूं थे- ‘लोहिया जैसा माथा है, शेर जैसा सीना है.. नाम है शिवपाल…समाजवादी मोर्चा का ये असली नगीना हैं। 2022 में सीएम शिवपाल को बनाना है, हमें ये वादा निभाना है। ये कृष्ण बनकर आए हैं, हमें सुदामा बनकर चलना है।’