अयोध्या के श्री राम अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अनिल कुमार के मुताबिक कोरोना के कहर ने बंदरों का हाल बेहाल कर रखा है। लॉकडाउन में बंदर सबसे ज्यादा हिंसक हो गए हैं। प्रतिदिन 40 से 50 के करीब बंदर के काटने से घायल मरीज इलाज और इंजेक्शन लगवाने आ रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह बंदरों को भोजन का नहीं मिलना है। हजारों की संख्या में बंदर सड़कों, मंदिरों व घरों की छत पर रहकर भोजन की तलाश कर रहे हैं। भोजन नहीं मिलने से जो लोग किसी समान के साथ निकलते हैं, वे उनके ऊपर हमलावर हो जाते हैं।