लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव 2021 के लिए चुनावी तैयारियां तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के दो सदस्यों की घोषणा के बाद भाजपा ने भी शुक्रवार को अपनी पहली सूची में चार नामोंं का ऐलान किया है। जिसमें भाजपा प्रदेशाध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, लक्ष्मण आचार्य और पूर्व आईएएस आर के शर्मा शामिल हैं। प्रधानमंत्री के करीबी पूर्व आईएएस अधिकारी एके शर्मा ने मकर संक्राति पर लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण् की है। एके शर्मा के दो साल की नौकरी को छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर यूपी की राजनीति में हंगामा मचने लगा। कई दलों के नेताओं ने अपने टि्वटर एकांउट के जरिए सवाल दागने शुरू किए। पर अफसर से पॉलिटिशयन बनने वाले चेहरों की लिस्ट काफी लंबी है।
मायावती के 65वें जन्मदिन पर छिड़ी बहस, कौन होगा राजनीतिक वारिस सियासी दांव-पेंच का खेल शुरू :- विधान परिषद की 12 सीटों के लिए होने जा रहे चुनाव में सियासी दांव-पेंच का खेल शुरू हो गया है। अब तक शांत दिख रहे चुनावी माहौल में हलचल अचानक बढ़ गई है। इस 30 जनवरी को 12 एमएलसी सदस्यों की सदस्यता खत्म हो जाएगी। 28 जनवरी को विधान परिषद चुनाव होंगे और उसी दिन रिजल्ट भी आ जाएगा। भाजपा को अभी 6 प्रत्याशी और उतारने हैं। अगर भाजपा की संख्या बल को देखेंं तो 12 में से 10 सीटें तो भाजपा जीत ही जाएगी। और समाजवाद पार्टी की एक सीट पर जीत तय है। पर समाजवादी पार्टी ने दो प्रत्याशी उतारकर चुनाव को रोमांचक बना दिया है। बसपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं जबकि कांग्रेस के पास किसी को सहयोग देने लायक विधायक ही नहीं हैं।
सभी दलों में हैंं नौकरशाह :- पीएम मोदी के करीबी पूर्व नौकरशाह अरविंद कुमार शर्मा के नाम की घोषणा के बाद यह माना जा रहा है कि विधान परिषद चुनाव में जीतना उनका तय है। मकर संक्राति पर जब एके शर्मा ने भाजपा ज्वाइन की तो काफी हल्ला मचा पर ऐसा नहीं है कि यह कोई नया मामला हो। ऐसे अफसरों की लम्बी लिस्ट है, जो कई दलों में बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं । कई सारे अफसर मंत्री विधायक और सांसद बने हैं। पीएल पुनिया और अहमद हसन का नाम जगजाहिर है जो अभी भी राजनीति में बहुत सक्रिय हैं। ये दो ही नाम नहीं हैं ऐसे करीब 15 अफसर हैं, जिन्होंने यूपी की राजनीति में लम्बी छलांग लगाई है।
वे 15 अफसर जिनके राजनीति में चमके सितारे :-
अहमद हसन :- आईपीएस, सपा सरकार में मंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहे।पीएल पूनिया :- आईएएस, कांग्रेस, मनमोहन सरकार में मंत्री रहे।
श्याम सिंह यादव:- यूपी पीसीएस, बसपा फिलहाल जौनपुर से सांसद।
बृजलाल :- आईपीएस, भाजपा, भाजपा से राज्यसभा सांसद बने।
त्रिभुवन राम:- इंजीनीयर, बसपा वाराणसी की अजगरा सीट से विधायक, अब भाजपा में।चन्द्रपाल :- आईएएस, खुद की पार्टी, कई बार चुनाव लड़ा, पर सफल नहीं रहे।
श्रीशचन्द्र दीक्षित :- आईपीएस, वाराणसी से बीजेपी के सांसद बने।
देवेन्द्र कुमार राय :- प्रमोटी आईपीएस, भाजपा के सांसद बने थे।
रामरतन :- आईएएस, भाजपा – बीजेपी से राज्यसभा सांसद बने।
देवी दयाल :- आईएएस, कांग्रेस, लोकसभा का चुनाव लड़े।
एसके वर्मा :- आईएएस, रालोद से बिजनौर से चुनाव लड़े।
महेन्द्र सिंह यादव :- आईपीएस, सपा विधायक फिर राज्यमंत्री भी बने थे।
आरपी शुक्ला :- आईएएस, रालोद राष्ट्रीय महासचिव बनाये गये, चुनाव नहीं लड़े।
तपेन्द्र प्रसाद :- प्रमोटी आईएएस, सपा में गये फिर खुद की पार्टी सम्यक पार्टी बनाई।
बीपी सिंघल :- आईपीएस,भाजपा, बीजेपी से राज्यसभा भेजे गये।
अहमद हसन :- आईपीएस, सपा सरकार में मंत्री और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहे।पीएल पूनिया :- आईएएस, कांग्रेस, मनमोहन सरकार में मंत्री रहे।
श्याम सिंह यादव:- यूपी पीसीएस, बसपा फिलहाल जौनपुर से सांसद।
बृजलाल :- आईपीएस, भाजपा, भाजपा से राज्यसभा सांसद बने।
त्रिभुवन राम:- इंजीनीयर, बसपा वाराणसी की अजगरा सीट से विधायक, अब भाजपा में।चन्द्रपाल :- आईएएस, खुद की पार्टी, कई बार चुनाव लड़ा, पर सफल नहीं रहे।
श्रीशचन्द्र दीक्षित :- आईपीएस, वाराणसी से बीजेपी के सांसद बने।
देवेन्द्र कुमार राय :- प्रमोटी आईपीएस, भाजपा के सांसद बने थे।
रामरतन :- आईएएस, भाजपा – बीजेपी से राज्यसभा सांसद बने।
देवी दयाल :- आईएएस, कांग्रेस, लोकसभा का चुनाव लड़े।
एसके वर्मा :- आईएएस, रालोद से बिजनौर से चुनाव लड़े।
महेन्द्र सिंह यादव :- आईपीएस, सपा विधायक फिर राज्यमंत्री भी बने थे।
आरपी शुक्ला :- आईएएस, रालोद राष्ट्रीय महासचिव बनाये गये, चुनाव नहीं लड़े।
तपेन्द्र प्रसाद :- प्रमोटी आईएएस, सपा में गये फिर खुद की पार्टी सम्यक पार्टी बनाई।
बीपी सिंघल :- आईपीएस,भाजपा, बीजेपी से राज्यसभा भेजे गये।
कई अहम भूमिका में रहे अरविंद शर्मा :- अरविंद शर्मा ने गुजरात मेंं तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के सचिव और 2014 से अब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यालय में सचिव जैसे अहम भूमिका में रहे है। अरविंद शर्मा ने यूपी में भी समाज सेवा के क्षेत्र में काम किया है।