Reliance Industries ने रचा इतिहास, ऐसा करने वाली India की बनी पहली Company
पत्रिका ने क कहा कि
नीता अंबानी और फाउंडेशन के प्रयास को मान्यता देते हुए पत्रिका ने कहा कि रिलायंस फाउंडेशन- रिलायंस इंडस्ट्रीज की समाज सेवी संस्था है, जिसकी स्थापना नीता अंबानी ने की और वह इसकी चेयरपर्सन हैं। संस्था ने कोरोना के इस अति चुनौतीपूर्ण दौर में फ्रंटलाइन श्रमिकों और गरीबों को लाखों भोजन और मास्क वितरित किए, भारत का कोविड-19 रोगियों के लिए पहला अस्पताल स्थापित किया और आपातकालीन राहत कोषों में सात करोड 20 लाख डॉलर का दान दिया।
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नीता अंबानी का बयान
सूची में शामिल होने पर रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्षा नीता अंबानी ने कहा कि संकट के समय राहत के लिए संसाधनों के साथ सहानुभूति पूर्ण रवैए की भी नितांत आवश्यकता होती है। पिछले कुछ वर्षों में हमने संकट के समय अपने प्रयासों को प्रभावशाली बनाने के लिए फाउंडेशन और रिलायंस इंडस्ट्रीज में बहु-आयामी और व्यवस्थित प्रतिक्रियाओं को अपना कर खुद को सुसज्जित किया है। हम प्रसन्न और विनम्र हैं कि हमारी पहल को वैश्विक स्तर पर मान्यता दी जा रही है। जब भी जरूरत पड़ेगी हमारी संस्था, सरकार और समाज की सहायता को प्रतिबद्ध रहेगी।
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बना दिया था कोविड हॉस्पिटल
नीता अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन ने मुंबई में स्थानीय अधिकारियों के साथ मार्च के महीने में ही दो सप्ताह से भी कम समय में 100 बेड का कोविड-19 अस्पताल बनाने का काम किया। अप्रैल में बेड की संख्या बढ़ा कर 220 कर दी गई। रिलायंस फाउंडेशन ने अन्न सेवा नामक एक राष्ट्रव्यापी खाद्य सेवा शुरू की, जिसमें अब तक करीब पांच करोड़ लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया है।
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मास्क और पीपीई किट का निर्माण
रिलायंस फाउंडेशन ने अपने बहु-आयामी प्रयासों को जारी रखते हुए ऑनलाइन चिकित्सा सहायता, मुंबई में कोविड रोगियों के लिए घर में क्वारेंटाइन सुविधा, ग्रामीण समुदायों को सहायता और देश भर में पालतू जानवरों, आवारा पशुओं के लिए स्वास्थ्य सेवा शामिल है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मास्क और पीपीई के निर्माण की भी शुरुआत की और महामारी के खिलाफ लड़ाई में इन महत्वपूर्ण वस्तुओं के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने में देश को योगदान दिया।