जैसे ही तेज हवा चलाना शुरू हुई सीईएससी की ओर से विद्युत हादसों की आशंका के चलते एहतियातन शहर में बिजली बंद कर दी गई। इसके बाद बारिश भी चालू हो गई। करीब आधे घंटे बाद जब हवा का वेग कुछ कम हुआ तो एक के बाद एक फीडर चालू करना शुरू किया गया। जो फीडर चालू हो गए, वहां तो लोगों को राहत मिल गई, लेकिन कुछ फीडर फाल्ट्स के चलते चालू नहीं हो पाए। इसके बाद सीईएससी की टीमों ने लाइनों की पेट्रोलिंग शुरू की।
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आईएजीएसएस से लघु औद्योगिक क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कर रही 33 केवी लाइन का तार टूटने से बिजली बंद हो गई। यहां एक खंभा भी गिर गया, जिसे ठीक कर बिजली बहाल की गई। सिंधी कॉलोनी में पेड़ लाइन पर गिर गया और तार भी टूट गया। बोरखेड़ा क्षेत्र, रामपुरा में गुलाबबाड़ी, खेड़ली फाटक आदि क्षेत्रों में करीब दो से तीन घंटे बिजली बंद रही। घंटाघर, सूरजपोल, कैथूनीपोल आदि इलाकों में बिजली बहाल तो हुई, लेकिन वोल्टेज कम आने से लोगों को परेशानी हुई। बाद में फाल्ट ठीक कर दिया गया।
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कॉल सेंटर फिर हुआ ठप कॉल सेंटर पर शिकायत दर्ज कराने में लोगों को सोमवार को भी परेशानी हुई। एक साथ काफी विस्तृत क्षेत्रों में बिजली बंद होने से सीईएससी के कॉल सेंटर की लाइनें व्यस्त हो गई। इसके बाद लोगों ने कंपनी की ओर से स्थानीय अधिकारियों के जारी किए गए चार मोबाइल नम्बरों पर फोन किया, इसके बाद फाल्ट की जानकारी मिल सकी। कई जगह लोगों ने विद्युत निगम के एईएन ऑफिसों में पहुंचकर आक्रोश जताया। यहां मौजूद कर्मचारियों ने लोगों की शिकायत सुनकर कॉल सेंटर की टीमों को फाल्ट ठीक करने के लिए भिजवाया।