भारत में भांग वैध कराएंगे रामदेव
यही नहीं बाबा रामदेव गांजा और भांग को कानूनी तौर पर वैध का दर्जा भी दिला सकते हैं। पतंजलि कंपनी के मुख्या कार्यकारी आचार्य बालकृष्ण ने भारत में इसे वैध करने की मांग की है। उनका तर्क है कि जब प्राचीन में इसका इस्तेमाल दवाई और औषधि के तरह किया जाता था तो अब इसे वैध का दर्जा क्यों नहीं दिया जा सकता? उनका कहना है कि अभी इसको उसी रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति मिलनी चाहिए।
टेडएक्स शो में बोले आचार्य बालकृष्ण
आपको बता दें कि 1985 में भारत के नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्स्टेंस एक्ट के अनुसार देश में भांग और फूलों के किसी भी उत्पादन और बिक्री पर प्रतिबन्ध है। आचार्य बालकृष्ण ने यह बातें हाल ही में टेडएक्स शो में अपने स्पीच में कहा। उन्होंने कहा मारिजुआना यानि भांग का अपराधीकरण होने से कई लोगों के लिए एक पूर्ण व्यापारिक अवसर को खत्म करना गलत है।
विदेशी वैज्ञानिक कर रहे हैं भारत के देशी भांग पर शोध
उन्होंने अपने बातचीत में यह भी बताया कि करीब 200 वैज्ञानिकों की एक टीम भारत के विभिन्न स्वदेशी पौधों और भांग के औषधीय मूल्य को खोजने पर शोध कर रही है। इस शोध से यह साफ हो जाएगा कि भांग हानिकारक या मादक पदार्थ नहीं बल्कि इसका उचित इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि भांग भारत में प्रतिबंधित है लेकिन पश्चिमी देशों में इसका इस्तेमाल पहले से ही होता रहा है। वहां भांग के पौधे के कई हिस्सों का अलग-अलग इस्तेमाल होता है जैसे कि कपड़े या कुछ प्रकार के तेलों में इसका उपयोग होता है।