क्या चाहती थी पत्नी नीता अंबानी ?
पिछले साल ही एक टीवी चैनल को दिए गए अपने इंटरव्यू में मुकेश अंबानी ने कहा था, “रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़ने से पहले मैं शिक्षक बनना चाहता था। पापा (धीरूभार्इ अंबानी) के कहने पर मैंने रिलायंस इंडस्ट्रीज ज्वाइन किया था। पापा के कहने पर ही मैं रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़ा वर्ना उससे पहले मैं वर्ल्ड बैंक के लिए काम करना चाहता था या फिर किसी विश्वविद्यालय में छात्रों को पढ़ाना चाहता था।” मुकेश अंबानी ने अपने इंटरव्यू में आगे कहा कि, उनकी पत्नी (नीता अंबानी ) भी एक शिक्षक हैं आैर वो भी चाहती थी की मैं शिक्षण के क्षेत्र में आउं। शिक्षा के क्षेत्र में वो अपनी संतुष्टिक के लिए काम करना चाहते थे।
पैसे अधिक अपने जुनून को दें अहमियत
जब मुकेश अंबानी से पूछा गया कि आखिर पैसे उनके लिए कितना मायने रखता है तो उन्होंने जवाब दिया, “कुछ नहीं।” पैसों को लेकर उनका कहना है, “पैसे वास्तव में मेरे लिए कुछ मायने नहीं रखता है। मेरे पापा का हमेशा यही मानना था कि यदि तुम पैसे के लिए कुछ करना चाहते हो तो तुम मूर्ख हो। यदि तुम पैसे को ध्यान में रखकर कोर्इ काम कर रहे हो तो कुछ भी नहीं कर सकते। वहीं यदि किसी इरादे के साथ कोर्इ काम की शुरुआत करते हो ताे पैसे हमेशा एक बार्इ-प्रोडक्ट के तौर मिल जाएगा। लेकिन ये भी याद रखना चाहिए की बार्इ-प्रोडक्ट हमारे लिए उतना अहम नहीं होता।” मुकेश अंबानी का मानना है कि अापको ये बिल्कुल पता होना चाहिए कि आप क्या करना चाहते हैं आैर आप किसमें सबसे बेहतर बनना चाहते हैं? किस काम को लेकर आपमें जुनून हैं? यदि आप बार-बार किसी एक सपने को देखते हैं तो आप उस सपने को जुनून में बदल सकते हैं।