देश की सबसे बड़ी कंपनी का एेलान, जल्द खत्म होंगी डीजल-पेट्रोल की कारें!

मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन का कहना है कि कार्बन उत्सर्जन कम करने के उद्देश्य से कंपनी अब ज्यादा से ज्यादा सीएनजी से चलने वाली कारें बनाएगी।

नई दिल्ली। भारत समेत आज पूरी दुनिया के देश कार्बन उत्सर्जन कम करने पर काम कर रहे हैं। इसके लिए यह देश कई प्रकार के कदम उठा रहे हैं। कई देशों में बड़ी कंपनियां भी कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए तकनीक में बदलाव कर रही हैं। कई देशों ने तो अपने यहां से अगले 10 सालों में डीजल-पेट्रोल कारों को पूरी तरह से खत्म करने को एेलान किया है। अब इस कड़ी में भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुुकी ने भी अपना सहयोग देने की घोषणा की है। मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा है कि अब कंपनी कार्बन उत्सर्जन कम करने पर काम करेगी। उनका कहना है कि अब कंपनी ज्यादा से ज्यादा सीएनजी से चलने वाली कारें बनाएगी। मारुति के चेयरमैन के इस बयान के बाद संभावना जताई जा रही है कि कंपनी डीजल-पेट्रोल की कारों का उत्पादन कम या पूरी तरह से बंद कर सकती है।
सीएनजी फिलिंग स्टेशन में भागीदारी कर सकती है मारुति

कंपनी की ओर से ज्यादा से ज्यादा सीएनजी चालित कारें बनाने के बयान के बाद कंपनी के चेयरमैन ने कहा है कि इन कारों को पर्याप्त मात्रा में ईधन उपलब्ध कराने के लिए मारुति सीएनजी फिलिंग स्टेशन खोलने में भागीदारी कर सकती है। कंपनी के चेयरमैन ने कहा है कि सीएनजी फिलिंग स्टेशंस की संख्या बढ़ाने को लेकर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से पार्टनरशिप को लेकर संभावनाएं तलाश रहे हैं। इसके लिए जल्द वार्ता हो सकती है। कंपनी के चेयरमैन का कहना है कि सीएनजी वाहनों से कई फायदे हैं लेकिन ग्राहक जल्दी से इनकी तरफ रुख नहीं करते हैं। इसकी वजह सीएनजी स्टेशनों पर लंबी लाइन हो सकती है। आपको बता दें कि अभी मारुति सुजुकी वैगन आर, ऑल्टो 800, ऑल्टो के-10, इको, सेलेरिया और Ertiga को सीएनजी आॅप्शन के साथ बेच रही है।
सरकार का इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस

कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए केंद्र सरकार कई कदम उठा रही है। सरकार के इस समय पूरा फोकस इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या बढाने पर है। इसके लिए सरकार वाहन निर्माताओं को कई प्रकार की छूट भी दे रही है। हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने भी वाहन निर्माता कंपनियों से इलेक्ट्रिक वाहन बनाने पर ज्यादा जोर देने को कहा था। गड़करी ने कहा था कि इलेक्ट्रि वाहनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार देश में इलेक्ट्रिक हाइवे बनाने पर विचार कर रही है। हाल ही में ग्रेटर नोएडा में आयोजित ऑटो एक्सपो में भी कई कंपनियों ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन पेश किए थे। हालांकि मारुति सुजुकी ने भी इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए टोयोटा मोटर कॉरपोरेशन से समझौता किया है। इन वाहनों को बनाने के लिए टोयोटा मारुति सुजुकी को तकनीकी मदद देगी।
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