संजय दत्त ने जहां काटी थी अपनी काली रातें वहीं रहेगें विजय माल्या

भगौड़े कारोबारी विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पण के बीच अब खबर ये आ रही है कि उसे मुंबर्इ के अर्थर रोड जेल में रखा जा सकता है।

<p>अर्थर रोड जेल के बैरक संख्या 12 में रहेगा विजय माल्या! कुछ एेसे हैं इस जेल के हालात</p>

नर्इ दिल्ली। भगौड़े कारोबारी विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पण के बीच अब खबर ये आ रही है कि उसे मुंबर्इ के अर्थर रोड जेल में रखा जा सकता है। जिसके बाद देश के कर्इ सरकारी व प्राइवेट बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाकर विदेशाे में मौज काट रहे विजय माल्या के दिन अब बहुत जल्द ही लदने के आसार लग रहे हैं। भारतीय जांच एजेंसियों से लेकर लंदन की अदालत तक विजय माल्या को सलाखों के पीछे भेजने के लिए कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। फिलहाल विजय माल्या पर लंदन के एक कोर्ट में प्रत्यर्पण को लेकर सुनवार्इ चल रही है। गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक प्रत्यर्पण के बाद विजय माल्या को मुंबर्इ के अर्थर रोड के हवालात में रखा जा सकता है।


ये चर्चित अपराधी भी काट चुके हैं अर्थर रोड जेल में सजा
इसी सिलसिले में ब्रिटिश अदालत में भारतीय प्रशासन से अर्थर रोड जेल के एक एेसे खास सेल का वीडियो तीन सप्ताह के अंदर मांगा है जिसमें माल्या रखा जाना है। देश के सबसे बेहतरीन जेलों में शुमार अर्थर रोड के इस जेल में कर्इ चर्चित अपराधियों को भी रखा जा चुका है। इस जेल में मुंबर्इ के 26/11 आतंकी हमले में शामिल आंतकी अजमल आमीर कसाब, पीटर मुखर्जी, संजय दत्त आैर छगन भुजबल उन चर्चित अपराधियों में से हैं।


ब्रिटिश अदालत ने भारत से मांगा है अर्थर रोड जेल का वीडियो
अपने पूरे जीवन में एेशो-अाराम की जिंदगी काटने वाले माल्या को भारत में प्रत्यर्पण हाेने के बाद सलाखाें के पीछे अपने दिन काटने होंगे। सूत्रों के मुताबिक खबर ये है कि विजय माल्या को अर्थर रोड के बैरक संख्या 12 में रखा जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि ब्रिटिश अदालत ने इसी बैरक का वीडिया भारतीय प्रशासन से मांगा है। बता दें कि ये मुंबर्इ के अर्थर रोड का ये जेल भारत के सबसे अच्छे जेलों में से एक माना जाता है। हालांकि विजय माल्या के वकीलों ने इस बात की दलील दी है कि अर्थर रोड जेल के बैरक संख्या 12 का हालात ठीक नहीं है।


विजय माल्या के वकीलों के बाद भारत सरकार की तरफ से इस बात का दावा किया गया है कि बैरक संख्या 12 में साफ हवा, रोशनी आैर अांगन की भी व्यवस्था है। जेल अधिकारियों ने कहा है कि हर सेल में प्राकृतिक हवा अौर रोशनी के लिए खिड़की होती है, वहीं क्राॅस वेंटिलेशन के लिए सामने की दीवार पर सलाखें होती हैं। बैरक संख्या 12 के सभी सेल को सीसीटीवी कैमरे के जरिए निगरानी भी की जाती है। इसके साथ ही सेल के अंदर आैर बाहर 24 घंटे सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होती है।

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