कुमार आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन होने के साथ-साथ बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड़ साइंस के चांसलर भी हैं।
नर्इ दिल्ली। बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम एक बार फिर से चर्चा में हैं। आइडिया सेल्युलर आैर वोडाफोन के मर्जर से बनी कंपनी के वो नए चेयरमैन बनाए गए हैं। 23 अरब डॉलर के साथ इसकी मार्केट में हिस्सेदारी करीब 35 फीसदी की होगी। जो माेबाइल यूजर्स की संख्या और मार्केट में हिस्सेदारी के लिहाज से सबसे बड़ी टेलीकाॅम कंपनी होगी। आज बात होगी कुमार मंगलम के बिरला के बारे में। जिन्हें इतने बड़े मर्जर का चेयरमैन बनाया गया है। आखिर कौन है कुमार मंगलम? बिरला परिवार की कौन सी पीढ़ी के हैं शख्स? आइए जानते हैं।
बिरला परिवार की चौथी पीढ़ी से हैं कुमार मंगलम
कुमार मंगलम बिरला भारत के मशहूर उद्योपतियों में से एक हैं। कुमार आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन होने के साथ-साथ बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड़ साइंस के चांसलर भी हैं। बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड़ साइंस यानी बिट्स की गिनती देश के चुनिंदा टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट्स में से एक है। बिरला परिवार की चौथी पीढी़ से है कुमार मंगलम बिरला। कुमार ने मुंबई यूनिवर्सिटी से बीकॉम की पढ़ार्इ। उसके बाद आईसीएआई से सीए करने के बाद लंदन यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की।
करीब 23 साल पहले संभाली थी कंपनी की कमान
केएम बिरला ने 1995 में आदित्य बिरला ग्रुप की बागडोर संभाली थी। जब उनकी उम्र महज 28 साल थी। पिता आदित्य बिरला गुजर चुके थे। कुमार के कंधों पर देश के बड़े ग्रुप को संभालने की जिम्मेदारी आ चुकी थी। दबाव काफी था। लेकिन उन्होंने सभी दबावों को झेलते हुए आैर सभी अपेक्षाआें पर खरा उतरते हुए बिरला ग्रुप को आसमान तक पहुंचा दिया। अगर कंपनी के टर्नअोवर की बात करें तो केएम बिरला ने कारोबार संभालने के बाद ग्रुप के टर्नओवर को 2 बिलियन डॉलर प्रति वर्ष से 33 बिलियन डॉलर से अधिक तक पहुंचा दिया है। बिरला ग्रुप आज 40 देशों में कारोबार फैला हुआ है।