इन सवालों के मांगे गए जवाब
सूत्रों के मुताबिक, दीपका कोचर को उनके व्यक्तिगत दर्जे पर कारण बताआे नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस में उन्हें एक लंबी-चौड़ी प्रश्नावली भेजी गर्इ है। इसके साथ ही आयकर विभााग ने दीपक कोचर के मुंबर्इ में अपार्टमेंट समेत व्यक्तिगत संपत्तियों की भी जानकारी मांगी है। बतो दें कि माॅरीशस की कंपनियों में निवेश से जुड़े सवालों के जवाब के लिए दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर रिन्यूएबल्स ने 13 अप्रैल तक समय मांगा था। लेकिन वे ये जानकारी देने में नाकाम रहे हैं।
माॅरीशस की कंपनियों ने दीपक की कंपनी में किया था निवेश
हालांकि दूसरे सवालों को लेकर कंपनी के तरफ से दिए गए जवाबों की भी जांच चल रही है। इसके पहले ये खुलासा हुआ था कि आयकर विभाग फर्स्टलैंड होल्डिंग्स आैर डीएच रिन्यएबल होल्डिंग्स के इंवेस्टमेंट आैर होल्डिंग की जानकारी हासिल करने के लिए माॅरीशस की टैक्स अथॅारिटी से निवेदन किया है। इन दोनो कंपनियों ने न्यूपावर में कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंस शेयर्स के माध्यम से 325 करोड़ आैर 67 करोड़ रुपए को दो चरणों में निवेश किया था।
क्या है मामला
याद दिला दें वीडियोकाॅन ग्रुप को आइसीआइसीआइ बैंक द्वारा 3250 करोड़ रुपए के लोन देने में गड़बड़ी का मामला सामने आया था जिसके आरोपों को लेकर कोचर को जांच का सामना करना पड़ रहा है। वीडियोकाॅन के वेणुगोपाल धूत आैर दीपक कोचर ने न्यूपावर रिन्यूएबल्स की शुरूअात एक ज्वाइंट वेंचर के तौर पर की थी। बाद में धूत ने इस वेंचर में अपनी हिस्सेदारी दीपक कोचर को ट्रांसफर कर दी थी।