सेवा क्षेत्र में सुधार, अप्रैल में ज्यादा लोगों को नौकरी मिली

सेवा क्षेत्र में वृद्धि का मुख्य कारण नए ठेकों में तेजी, मांग की स्थितियों में सुधार और नौकरियों में बढ़ोतरी होने से आई है।

नई दिल्ली। मांग में सुधार होने के साथ मुद्रास्फीति के दबाव में नरमी से देश के सेवा क्षेत्र में अप्रैल में तेजी दर्ज की गई है। एक प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़े से यह जानकारी मिली है। मौसमी समायोजित निक्केई इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स के मुताबिक, सेवा क्षेत्र में वृद्धि का मुख्य कारण नए ठेकों में तेजी, मांग की स्थितियों में सुधार और नौकरियों में बढ़ोतरी होने से आई है, जो साल 2011 के मार्च के बाद से सबसे बड़ी तेजी है।देश का सेवा क्षेत्र का पीएमआई सूचकांक मार्च में 50.3 पर था, जो अप्रैल में बढ़कर 51.4 हो गया। इस सूचकांक में 50 से कम का अंक मंदी तथा 50 से ज्यादा का अंक तेजी दिखाता है।
मार्च में 50.8 था सेवा क्षेत्र का पीएमआई सूचकांक

सेवा क्षेत्र के पीएमआई सूचकांक में बढ़ोतरी से अप्रैल में देश के निजी क्षेत्र के प्रदर्शन के सूचकांक में भी सुधार दर्ज किया गया है। निक्केई इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मार्च में 50.8 था, जो अप्रैल में बढ़कर 51.9 हो गया, जो कि तीन महीने की सर्वाधिक तेजी है। इंडियन सर्विसेज पीएमआई सूचकांक के आंकड़ों के बारे में आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री आशना डोढिया ने कहा कि अप्रैल तिमाही में भारतीय सेवा क्षेत्र की रिपोर्ट सकारात्मक शुरुआत है और आगे मांग की स्थितियों में सुधार में इसमें और अधिक तेजी आएगी।
भारत में पैदा होंगी एक करोड़ नौकरियां

उधर स्टाफिंग फर्म ‘टीमलीज’ की एक रिपोर्ट में बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे युदाअों के लिए अच्छी खबर आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में अगले तीन साल में एक करोड़ जॉब सेल्स पैदा होने की बात कही गई है। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि इन नौकरियों को पैदा करने के लिए मौजूदा 44 लेबर लॉ को मिलाकर 4 लेबर कोड बनाना होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि अकेले मुंबई ही 3,60,000 नौकरियां पैदा करेगा। देश की आर्थिक राजधानी होने से ग्रोथ के लिहाज से ये एक हॉटबेड है। यहां बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और इंश्योरेंस में अधिक नौकरियों के अवसर होंगे।रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिना किसी सुधार के भी सेल्स डोमेन में 15 फीसदी के इजाफे से मुंबई में अगले तीन साल में करीब 90,000 नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। आने 6 महीनों में सेल्स सेक्टर में ही यहां 10,000 नौकरियों के अवसर होंगे। रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में मुंबई में करीब 3,35,000 सेल्स प्रोफेशनल हैं, जोकि कुल 15 लाख सेल्स प्रोफाइल का 22 फीसदी है।
 
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