नई दिल्ली। मोदी सरकार का मिशन डिजिटल इंडिया तेजी से जोर पकड़ता जा रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है UPI ट्रांजैक्शन। केवल तीन साल पहले लांच हुए UPI पेमेंट सर्विस ने धूम मचा रखा है। यूपीआई पेमेंट सर्विस के जरिए केवल अक्टूबर महीने में एक अरब लेनदेन हुए हैं। जबकि पिछले महीने सितंबर में इस सुविधा के जरिए 95.5 करोड़ लेनदेन हुए थे। इसके साथ ही यूपीआई सबसे तेजी से बढ़ने वाला सिस्टम बन गया है।
क्या होता है यूपीआई पेमेंट सर्विस
UPI यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस एक अंतर बैंक फंड ट्रांसफर की सुविधा है, जिसके जरिए स्मार्टफोन पर फोन नंबर और वर्चुअल आईडी की मदद से पेमेंट की जा सकती है। यह इंटरनेट बैंक फंड ट्रांसफर के मकैनिज्म पर काम करता है। आपको बता दें कि अब आप केवल भारत में ही नही बल्कि विदेशों में भी इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगले 6 महीनों में ट्रायल के तौर पर संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर से इसकी शुरुआत की जाएगी। संयुक्त अरब अमीरात और सिंगापुर में पहले ही रुपे कार्ड की शुरुआत हो चुकी है। अब यहां यूपीआई पर काम चल रहा है।
फेसबुक, गूगल जैसी कंपनियां भी शामिल
इस सर्विस की लोकप्रियता को देखते हुए अब गूगल, फेसबुक जैसी कंपनियां भी UPI सिस्टम में प्रवेश कर रही है। आपको बता दें कि डिजिटल पेमेंट पर नंदन निलेकणी की अध्यक्षता में बनाई गई कमेटी ने सुझाव दिया था कि एनपीसीआई को भारत के बाहर भी यूपीआई, रुपे कार्ड और भीम जैसे पेमेंट सिस्टम का विस्तार करना चाहिए। जिसका फायदा अब देखने के मिल रहा है।