131 भेड़ें मरी मिलीं शनिवार रात फूलबेहड़ के कलुआपुर सिसैया में छत्रपाल की लगभग 200 भेड़ें घर के बाहर बने बाड़े में बंधी थीं। रात के समय अचानक बाड़े में घुसे भेडिय़ों ने भेड़ों और बकरी को मारना शुरू कर दिया। इस बीच भेड़ों की आवाज सुनकर छत्रपाल जग गया। उसके शोर मचाया तो गांव के तमाम लोग आ गए। लोग जब पहुंंचे तो उन्हें पांच भेड़ों के अधखाए शव मिले। इसी के साथ एक बकरी का भी शव पड़ा मिला।लोगों ने शोर मचाकर किसी तरह भेडियों को भगाया। सुबह जब गिनती की तो कुल 131 भेड़ें मर चुकी थीं। छत्रपाल की सूचना पर पशुचिकित्साधिकारी डॉ. मनवर बेग, लेखपाल अनुपम रस्तोगी मौके पर पंहुचे और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बढ़ रही गिद्धों की संख्या तराई में गिद्धों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वन विभाग की नई गणना रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा 195 गिद्ध बफरजोन में पाए गए हैं। डीडी डॉ. अनिल पटेल के मुताबिक, इस बार गिद्धों की गणना का जिम्मा राज्य जैव विविधता बोर्ड ने लखनऊ विश्वविद्यालय को सौंपा था। पूरे दुधवा टाइगर रिजर्व में गिद्धों की गणना हुई तो इसमें सबसे अधिक धौरहरा रेंज में 102 गिद्ध पाए गए। इसके अलावा मजगई रेंज में 75, संपूर्णानगर में 10 और साउथ निघासन रेंज में आठ गिद्ध पाए गए।