भूमि विवाद में पूर्व विधायक की कथित रूप से पीट-पीटकर हत्या, सीओ हटाए गए तीन पुलिसकर्मी निलंबित

पुलिस के अनुसार दिल का दौरा पड़ने से हुई पूर्व विधायक की मौत
तहरीर के आधार पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया
सीओ हटाए गए चाैकी प्रभारी समेत तीन पुलिसर्मी सस्पेंड

<p>Former MLA</p>
लखीमपुर खीरी ( Lakhimpur Kheri News ) संपूर्णानगर थाना क्षेत्र के त्रिलोकिया गांव में जमीनी विवाद के चलते 80 वर्षीय पूर्व विधायक ( Former MLA ) निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा की मौत हो गई। आरोप है कि उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद गुस्साए लाेगाें ने हंगामा कर दिया और शव पुलिस काे नहीं दिया। बाद में पुलिस ने तहरीर के आधार पर हत्या ( murder ) मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस हमले में पूर्व विधायक की पत्नी सीता बेटा संजीव मिश्र और पुत्र वधू शीतल भी घायल हैं।
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घटना के बाद गुस्साए लोगों ने मौके पर हंगामा कर दिया। हंगामा देखक पुलिस क्षेत्राधिकारी ने लाठियां फटकारते हुए भीड़ को तितर-बितर करने के आदेश दे दिए। इससे माहौल और गरमा गया और भीड़ ने कोतवाल सुनील कुमार सिंह को घेर लिया। इसके बाद मौके पर जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह और एसपी सतेंद्र कुमार को पहुंचना पड़ा। दोनों अफसरों ने गुस्साई भीड़ को समझा-बुझाकर शांत किया।
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इस घटना के बाद लापरवाही पर पुलिस क्षेत्राधिकारी को जिला मुख्यालय अटैच कर दिया गया जबकि तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया। आईजी लक्ष्मण सिंह के निर्देशों पर पूर्व विधायक के बेटे संजीव मिश्रा की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी राधेश्याम गुप्ता, किशन गुप्ता, रिंकल गुप्ता, और अनुराग गुप्ता समेत समीर गुप्ता के खिलाफ हत्या और बलवा जैसे संगीन आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पूर्व विधायक के परिजनों की मांग पर सीओ कुलदीप कुकरेती को जिला मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया और परसपुर चौकी इंचार्ज समेत दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।
परिजनाें ने शव देने से कर दिया था इंकार

पूर्व विधायक की मौत के बाद परिजन उनका शव लेकर बैठ गए थे और हंगामा शुरू कर दिया था। बाद में परिजनों ने कार्यवाही के आश्वासन करीब छह घंटे बाद शव पुलिस को सौंपा।
तीन बार रह चुके विधायक
निर्वेन्द्र कुमार मिश्रा निघासन विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके थे उन्हे भोंपू वाले विधायक के नाम से जाना जाता था। परिजनों के अनुसार उनकी बस स्टैंड के सामने सड़क के किनारे साढ़े चार एकड़ जमीन थी। इसमें से कुछ जमीन को पूर्व विधायक ने बेच भी दिया था। आरोपों के अनुसार इसी जमीन पर दूसरा पक्ष अतिरिक्त भूमि कब्जाने की कोशिश कर रहा था। विराेध करने पर दोनों पक्षों में मारपीट हो गई और इस दौरान पूर्व विधायक जमीन पर गिर गए। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पूर्व विधायक की मौत के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और लोगों ने मौके पर हंगामा करते हुए पुलिस का घेराव कर लिया। इस पूरे मामले में पुलिस हृदय गति रुकने से पूर्व विधायक की मौत होना मान रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा।
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