कुशीनगर में पटाखा गोदाम में भीषण विस्फोट, चार लोग जिंदा जले, 12 की हालत गंभीर

कप्तानगंज कस्बे की घनी आबादी में बना रखा था पटाखा गोदाम
थोड़ी देर में विकराल हुई आग, अगल-बगल के घर भी चपेट में
गंभीर रूप से झुलसे 12 में से चार लोगों की हालत बेहद नाजुक

कुशीनगर. यूपी के कुशीनगर जिले के कप्तानगंज में अवैध पटाखा गोदाम में बुधवार को भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें चार लोगों की जलकर मौत हो गई, जबकि 12 गंभीर रूप से झुलस गए, इनमें से चार की हालत बेहद नाजुक बतायी जा रही है। हादसा सुबह-सुबह करीब सात बजे के आसपास हुआ। विस्फोट इतना भीषण था कि इससे पूरा कस्बा दहल उठा और अगल-बगल के कई मकान भी इसकी चपेट में आ गए। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियों से आग बुझाने का काम शुरू किया गया। आग इतनी ज्यादा फैल चुकी थी कि उसपर काबू पाने में फायर ब्रिगेड को 3 घंटे लग गए। कुशीनगर के एसपी विनोद कुमार सिंह और एएसपी अयोध्या प्रसाद सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया। एसपी ने मीडिया से चार मौतों की पुष्टि की।

 

सिलिंडर में हुआ विस्फोट पटाखों ने पकड़ी आग

कुशीनगर के कप्तानगंज कस्बा की घनी आबादी वाले वार्ड नंबर 11 मुहल्ले में जावेद नामक व्यक्ति ने मकान में ही पटाखा गोदाम बना रखा था। जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह करीब सात बजे घर में रखे सिलिंडर में अचानक विस्फोट हो गया, जिसकी आग पटाखों तक भी पहुंच गई। फिर एक के बाद एक पटाखों में लगातार भीषण विस्फोट होते रहे। चंद मिनटों में ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और अगल-बगल भी फैल गई। पड़ोस के नबी हसन के मकान समेत कई अन्य मकानों तक आग पहुंच गई, जिसपर काबू पाने में फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ी।

 

चार की मौत 12 झुलसे, चार की हालत गंभीर

कप्तानगंज कस्बे में पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट में चार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि 12 गंभीर रूप से झुलस गए। एसपी ने मीडिया से चार मौतों की पुष्टि की है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने मीडिया को बताया है कि विस्फोट की इस घटना में तीन शव निकाले गए हैं। इनमें सक एक की पहचान नाजिया (14 वर्ष) पुत्री जावेद के रूप में हुई है, जबकि दो शव इतनी बुरी तरह से जले हैं कि उन्हें पहचाना मुश्किल है। आग की चपेट में आए जावेद (3 वर्ष) उसकी बीवी अनवरी (32 वर्ष) और उसकी मां फातिमा (65 वर्ष) को नहीं निकाला जा सका था। आग से बुरी तरह झुलसे 12 लोगों को जिला अस्पताल भेज गया है, जहां चार की हालत बेहद नाजुक बतायी जा रही है।

 

घर से निकलने का भी नहीं मिला मौका

जावेद ने घर में ही पटाखा गोदाम बना रखा था और बताया जा रहा है कि दीपावली के चलते उसमें माल भी भरा हुआ था। सुबह-सुबज परिवार नींद से जागा ही था कि विस्फोट के बाद रहस्यमय तरीके से लगी आग की चपेट में आ गए। आग इतनी भयानक थी कि बचने का मौका तक नहीं मिला। अगल बगल के घर भी इसकी जद में आ गए। घर में मौजूद लोगों को जान बचाने तक का मौका नहीं मिला। फायर ब्रिगेड जब तक पहुंची तो आग काफी विकराल रूप ले चुकी थी। मकान गली में होने के चलते काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। एक जगह आग बुझाने की कोशिश होती तो दूसरे मकान से लपटें उठने लगतीं। फायर ब्रिगेड को उसपर काबू पाने मे कई घंटे लग गए।

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