Read this also: इस तरह बदल रही यूपी वालों की जिंदगी, यह योजनाएं साबित हो सकती हैं चेंजमेकर कान्हा कुशीनगर नगरपालिका क्षेत्र के वीर अब्दुल हमीद नगर वार्ड नंबर 12 (भलुही मदारी पट्टी) के निवासी हैं। उनके पिता अजय तिवारी और माँ क्षमा के अनुसार 14 माह पूर्व बेटे का जन्म हुआ था। घर खुशियों से लबरेज था। बेटे को लेकर माँ बाप ने अनेक सपनें संजों लिए। एक सप्ताह पूर्व दुधमुंहे कान्हा की तबियत खराब हुई। चिकित्सकों ने जांच की तो पता चला कान्हा को लिवर कैंसर है। कसया, गोरखपुर और लखनऊ के कई अस्पतालों में इलाज कराया परन्तु कोई फायदा नही हुआ। उल्टे मासूम के पेट के निचले हिस्से में सूजन और बढ़ गई। तब परिजन कान्हा को लेकर आखिरी उम्मीद मैक्स हास्पिटल, दिल्ली पहुंच गए। कान्हा आईसीयू में भर्ती हैं। मैक्स के बाल चिकित्सा एवं गैस्ट्रो इंटरोलाजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डा. शरत वर्मा कान्हा का इलाज कर रहे हैं। लीवर पूरी तरह से संक्रमित हो गया है। उसके तत्काल प्रत्यारोपण की जरूरत है। कान्हा के माँ बाप अपना लीवर जिगर के टुकड़े का जीवन बचाने के लिए देने को तैयार हैं। इलाज में बाधक बन रहा है तो धन। परिवार गरीब है। पिता दिल्ली में ही एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं तो बच्चे के बाबा घर पर खेती-गृहस्थी देखभाल का कार्य करते हैं। कुछ भूमि है पर उसे बेचकर भी इतनी रकम नहीं होगी जिससे इलाज हो सके। डा. शर्मा के अनुसार लीवर प्रत्यारोपण में लगभग 25 लाख रुपया खर्च आएगा। चिकित्सक ने आपरेशन के लिए एक माह का समय दिया है।