टे्रन बंद होने से जेब पर बढ़ा भार!

झालावाड़-बीना ट्रेन बंद होने से यात्रियों की मुसीबत….ज्यादा किराया देकर तकलीफ में यात्रा करने की मजबूरी…..

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रामगंजमंडी. झालावाड़ सिटी से बीना व बीना से झालावाड़ के बीच चलने वाली यात्री गाड़ी बंद कर देने से झालावाड़ सिटी, रामगंजमंडी व मोड़क स्टेशन के यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। झालावाड़, रामगंजमंडी से कोटा व कोटा से रामगंजमंडी, झालावाड़ जाने वाले यात्रियों को यह गाड़ी बंद होने से ज्यादा किराया देकर कोटा आना-जाना पड़ रहा है। रामगंजमंडी के यात्रियों को शाम साढ़े पांच बजे बाद कोई सीधा साधन नहीं मिलने से मध्यरात्रि तक इंतजार करके पहुंचना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार यह रेलगाड़ी कोटा से शाम सात बजे झालावाड़ रवाना होती थी। बीना गुना रेललाइन पर मरम्मत कार्य चलने से इसे 16 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक बंद कर दिया है। इससे कोटा से सांय सात बजे यहां आने वाले सैकड़ों यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। जिला मुख्यालय पर जाने-आने वाले सरकारी कर्मचारियों, विद्यार्थयों व व्यापारियों के लिए यह गाड़ी मुफीद थी। कोटा से रामगंजमंडी को सीधा जोडऩे वाली रेलगाड़ी सुबह 6 बजे रामगंजमंडी से कोटा जाती थी। वहां से सांय सात बजे रवाना होकर रात साढ़े आठ बजे रामगंजमंडी पहुंचती थी। दिन भर काम काज निपटा कर लोग इसी गाड़ी से कोटा से लौटते थे।
दे रहे तीन गुना ज्यादा किराया

अब यह गाड़ी बंद होने से यात्रियों को यहां से सुबह मुंबई सुपरफास्ट से अधिक किराया देकर कोटा जाना पड़ता है। पैसेंजर गाड़ी की तुलना में तीन गुना ज्यादा किराया देने के बावजूद यात्रियों को जनरल कोच में बैठने की जगह तक नहीं मिलती। कोटा से रामगंजमंडी के लिए अब शाम साढ़े पांच बजे जयपुर- मुम्बई सुपरफास्ट अंतिम गाड़ी है। हाउसफुल चलने के कारण इसमें ज्यादा किराया देने के बावजूद यात्रियों को खड़े रहने की भी जगह नहीं मिलती।
मंडल रेल प्रबंधक को लिखा पत्र
रेल उपभोगकर्ता समिति सदस्य महेश श्रीवास्तव ने कोटा से झालावाड़ सिटी व झालावाड़ सिटी से कोटा के बीच इसी समय के हिसाब से रेलगाड़ी चलाने की मांग की है। श्रीवास्तव का कहना है कि बीना- झालावाड़ व झालावाड़-बीना रेलगाड़ी बंद होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है। इन दोनों रेलगाडिय़ों में ज्यादातर यात्रियों का आना जाना डकनिया रेलवे स्टेशन से होता है। इस स्टेशन पर सुपरफास्ट गाडि़यां नहीं ठहरने से यात्रियों को कोटा जंक्शन जाना पड़ता है।
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