महाराष्ट्र के बिछड़े, कोटा में मिले

कोटा. बाल कल्याण समिति के अथक प्रयासों के बाद आखिरकार महाराष्ट्र की रहने वाली बालिका आफरीन को 7 साल बाद उसके परिजन मिल गए। सोमवार को तेजस्विनी बालिका गृह में एक सादा समारोह में आफरीन को उसके भाई को सौंपा।

<p>महाराष्ट्र के बिछड़े, कोटा में मिले7 साल पहले बिछड़ गई थी बहन, भाई के सुपुर्द</p>
कोटा. बाल कल्याण समिति के अथक प्रयासों के बाद आखिरकार महाराष्ट्र की रहने वाली बालिका आफरीन को 7 साल बाद उसके परिजन मिल गए। सोमवार को तेजस्विनी बालिका गृह में एक सादा समारोह में आफरीन को उसके भाई को सौंपा।
समिति सदस्य विमल जैन ने बताया कि 2014 में बालिका आफरीन महाराष्ट्र से कोटा आ गई थी। बालिका के माता-पिता ने तलाक लेकर अलग-अलग शादी कर ली थी। बालिका की कई बार कांउसलिग की, लेकिन परिजनों की पहचान नहीं हो पाई। कुछ दिन पहले समिति के पदाधिकारियों ने बालिका गृह का निरीक्षण किया। इस दौरान बालिका की पत्रावली देख टीम ने बालिका के परिवार को तलाशने की एक बार और आवश्यकता जताई।
ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी के निर्देश पर मानव तस्करी यूनिट द्वारा अकोला महाराष्ट्र में सूचनाएं भेजी गई। इसके बाद उसके भाई का पता चला। सूचना के बाद बालिका का भाई असलम कोटा आया। बाल कल्याण समिति द्वारा सारे दस्तावेज, पुराने फोटो की तस्दीक करने के बाद बालिका को भाई को सुपुर्द किया। बालिका को कपड़े, चांदी का सिक्का एवं नकद राशि भेंट की गई। समारोह में मुख्य अतिथि ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी थे।
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