यह चाहती है शहर की जनता
1. आवारा मवेशी मुक्त हो शहर: यहां की सड़कों और गलियों में मवेशियों से परेशानी होती है। बहुत से लोगों की जान भी जा चुकी है। आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसलिए नगर निगम को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
2. हैल्पलाइन सिस्टम बेहतर हो: अभी नगर निगम के हैल्पलाइन सिस्टम से लोग संतुष्ट नहीं है। शिकातों पर कार्रवाई नहीं होती। कई दिनों तक मृत मवेशी नहीं उठाए जाते। फोन पर ऐसी शिकायतें आती हैं, लेकिन उन पर त्वरित कार्रवाई करने का सिस्टम विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए कॉल सेंटर बनाया जाए।
3. सफाई में हो सुधार: सफाई व्यवस्था नगर निगम का मुख्य कार्य है, लेकिन कई इलाकों में रोजाना कचरा गाड़ी नहीं पहुंचती और कचरे का सही जगह सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है।
4. ड्रेनेज सिस्टम बेहतर हो: शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की जरूरत है। वहीं नालों और नालियों की सफाई की स्थाई व्यवस्था करने की आवश्यकता है। नियत स्थान पर कचरा नहीं डालने पर जुर्माना वसूला जाए।
5. ट्रेचिंग ग्राउंड: कचरा निस्तारण के लिए आधुनिक तकनीक से शहर से दूर ट्रेचिंग ग्राउंड बनाने की जरूरत है। इसे अब ज्यादा दिनों तक नहीं टालें।
6. जैविक कचरा: निर्धारित मापदंडों के अनुसार जैविक कचरे के निस्तारण की व्यवस्था की जाए। अभी अस्पतालों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण की व्यवस्था प्रभावी नहीं है।
7. नगरीय परिवहन: शहर के सभी इलाकों तक नगर निगम की बस सेवा सुलभ नहीं है। शहर में हर इलाके के लिए बेहतर बस सेवा शुरू करने की जरूरत है। नांता, कुन्हाड़ी, सोगरिया, भदाना, बारां रोड और विश्वविद्यालय क्षेत्रों तक बसों का संचालन किया जाए।
8. सार्वजनिक संपत्ति: अभी सार्वजनिक संपत्ति पर कोई भी पोस्टर, बैनर लगा देता है या उसे किसी प्रकार से आसानी से क्षति पहुंचा देता है। इसे रोकने लिए निगम सख्त करे।
9. समय पर हो बैठकें: नगर निगम बोर्ड और समितियों की बैठक नियत समय पर हो।
बैठकों की कार्रवाई विवरण जनता के लिए ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाय।
10. निगम में इन कार्यों के लिए चक्कर काटने नहीं पड़ें
भवन निर्माण स्वीकृति, नामांतरण,जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र,विवाह प्रमाण पत्र
अतिक्रमण की शिकायतों पर हो त्वरित कार्यवाही, किसी भी प्रकार की एनओसी लेने के लिए।
1. आवारा मवेशी मुक्त हो शहर: यहां की सड़कों और गलियों में मवेशियों से परेशानी होती है। बहुत से लोगों की जान भी जा चुकी है। आए दिन हादसे होते रहते हैं। इसलिए नगर निगम को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
2. हैल्पलाइन सिस्टम बेहतर हो: अभी नगर निगम के हैल्पलाइन सिस्टम से लोग संतुष्ट नहीं है। शिकातों पर कार्रवाई नहीं होती। कई दिनों तक मृत मवेशी नहीं उठाए जाते। फोन पर ऐसी शिकायतें आती हैं, लेकिन उन पर त्वरित कार्रवाई करने का सिस्टम विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए कॉल सेंटर बनाया जाए।
3. सफाई में हो सुधार: सफाई व्यवस्था नगर निगम का मुख्य कार्य है, लेकिन कई इलाकों में रोजाना कचरा गाड़ी नहीं पहुंचती और कचरे का सही जगह सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है।
4. ड्रेनेज सिस्टम बेहतर हो: शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की जरूरत है। वहीं नालों और नालियों की सफाई की स्थाई व्यवस्था करने की आवश्यकता है। नियत स्थान पर कचरा नहीं डालने पर जुर्माना वसूला जाए।
5. ट्रेचिंग ग्राउंड: कचरा निस्तारण के लिए आधुनिक तकनीक से शहर से दूर ट्रेचिंग ग्राउंड बनाने की जरूरत है। इसे अब ज्यादा दिनों तक नहीं टालें।
6. जैविक कचरा: निर्धारित मापदंडों के अनुसार जैविक कचरे के निस्तारण की व्यवस्था की जाए। अभी अस्पतालों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण की व्यवस्था प्रभावी नहीं है।
7. नगरीय परिवहन: शहर के सभी इलाकों तक नगर निगम की बस सेवा सुलभ नहीं है। शहर में हर इलाके के लिए बेहतर बस सेवा शुरू करने की जरूरत है। नांता, कुन्हाड़ी, सोगरिया, भदाना, बारां रोड और विश्वविद्यालय क्षेत्रों तक बसों का संचालन किया जाए।
8. सार्वजनिक संपत्ति: अभी सार्वजनिक संपत्ति पर कोई भी पोस्टर, बैनर लगा देता है या उसे किसी प्रकार से आसानी से क्षति पहुंचा देता है। इसे रोकने लिए निगम सख्त करे।
9. समय पर हो बैठकें: नगर निगम बोर्ड और समितियों की बैठक नियत समय पर हो।
बैठकों की कार्रवाई विवरण जनता के लिए ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाय।
10. निगम में इन कार्यों के लिए चक्कर काटने नहीं पड़ें
भवन निर्माण स्वीकृति, नामांतरण,जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र,विवाह प्रमाण पत्र
अतिक्रमण की शिकायतों पर हो त्वरित कार्यवाही, किसी भी प्रकार की एनओसी लेने के लिए।