मनमानी पर लगेगा अंकुशलॉक बंदी के दौरान आटे की कालाबाजारी शुरू हो गई थी दुकानदार 20 से 22 रुपए किलो बिकने वाले आटे को भी 40 रुपए किलो बेच रहे थे। बाजार में पर्याप्त मात्रा में गेहूू की उपलब्ध होने पर आटे के दाम नियंत्रित हो जाएंगे। एफसीआई की ओर से जो गेहूं दिया जाएगा, उस आटे का बिक्रय मूल्य जिला प्रशासन करेगा। इससे आने वाले दिनों में जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
… आपदा की इस घड़ी में हमारा प्रयास है कि कोई भी जरूरतमंद भूखा नहीं सोए, इसके लिए जनभागीदारी से कोटा- बूंदी संसदीय क्षेत्र में जरूरतमंदों को राशन सामग्री के किट और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। केन्द्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान से भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में जमा गेहू और चावल को आटा निर्माताओं को देने की व्यवस्था करने के संबंध में बात की थी। ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष