लोकसभा अध्यक्ष बोले, कोरोना के नए स्ट्रेन की गति बहुत तेज

लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, कोरोना के साथ लड़ाई में निजी सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। महामारी के नियंत्रण के लिए जनप्रतिनिधि सामाजिक संगठनों की सहायता ले सकते हैं। पीठासीन अधिकारी विधान मंडलों में कंट्रोल रूम स्थापित करें। इसके माध्यम से प्राप्त सूचनाएं एवं जनता की कठिनाइयों को सरकार तक पहुंचाएं।

कोटा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘कोविड-19 की वर्तमान स्थिति में जनप्रतिनिधियों की भूमिका और दायित्वÓ विषय पर सोमवार को भारत के विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों और अन्य नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की। सोमवार को वर्चुअल प्लेटफार्म पर हुई इस बैठक में राज्य विधानमंडलों के पीठासीन अधिकारियों के अलावा राज्य विधानमंडलों के संसदीय कार्य मंत्री, मुख्य सचेतक और नेता प्रतिपक्ष भी इस बैठक में शामिल हुए। बिरला ने कहा कि कोरोना संक्रमण का यह नया स्ट्रेन पिछले वर्ष की तुलना में और अधिक तेजी से फैल रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे समाज और देश को इस आपदा से शीघ्र मुक्ति दिलाने में अपना योगदान दें। कोरोना के साथ लड़ाई में निजी सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, इस समय महामारी के नियंत्रण के लिए जनप्रतिनिधि सामाजिक संगठनों की सहायता ले सकते हैं। पीठासीन अधिकारीगण विधान मंडलों में कंट्रोल रूम स्थापित करें, इसके माध्यम से प्राप्त सूचनाएं एवं जनता की कठिनाइयों को सरकार तक पहुंचाने का काम करें। केन्द्र से संबंधित कोई विषय हो, तो वह लोकसभा कंट्रोल रूम तक पहुंचाएं। बिरला ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि देश भर में अब तक 12 करोड़ से भी अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। टीकाकरण कार्यक्रम को और तेज करने की आवश्यकता है। जनप्रतिनिधि इस दिशा में स्थानीय प्रशासन के प्रयासों के सहभागी बनें। बैठक में 34 विधानसभाओं और विधानपरिषदों के पीठासीन अधिकारियों और अन्य नेताओं ने भाग लिया। वर्चुअल बैठक से पहले लोकसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, ड्रग कंट्रोलर आफ इंडिया वीसी सोमानी और नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी की अध्यक्ष शुभ्रा सिंह से चिकित्सा व्यवस्था एवं दवाइयों की उपलब्धता के बारे मे जानकारी प्राप्त की। साथ ही वैक्सीनेशन की वस्तुस्थिति भी जानी। राजस्थान में भी कोरोना से बिगड़ते हालातों पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन की पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करने को कहा। बिरला ने राजस्थान में ऑक्सीजन व दवाइयों की आपूर्ति सही रहे, इसके लिए व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही उन्होंने कोटा-बूंदी में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन, दवाइयां, बेड और आईसीयू की उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.