12 घण्टे में पानी नहीं छोड़ा तो किसान बैराज से नहरों के गेट खोल देंगे

पूर्व विधायक ने सीएडी प्रशासन को दिया अल्टीमेटम

<p>12 घण्टे में पानी नहीं छोड़ा तो किसान बैराज से नहरों के गेट खोल देंगे</p>
कोटा. मानसून की बेरुखी के कारण फसलों को बचाने के लिए नहरी पानी छोडऩे की मांग के बीच सोमवार को पूर्व विधायक भवानीसिंह राजावत ने सीएडी प्रशासन को अल्टीमेटम दिया कि आगामी 12 घण्टे भीतर नहरों में पानी छोड़ें, अन्यथा किसानों के साथ बैराज से नहरों के लिए गेट खोल देंगे। जिसकी जिम्मेदारी सीएडी प्रशासन की होगी। पूर्व विधायक ने बयान जारी कर कहा कि पर्याप्त बरसात नहीं होने पर हाड़ौती सम्भाग में फसलों को सूखने से बचाने के लिए नहरों में अविलम्ब पानी छोड़ा जाना चाहिए, लेकिन सीएडी प्रशासन किसानों की तबाही को मूकदर्शक बनकर देख रहा है। गांधीसागर बांध में पर्याप्त पानी होने के बावजूद नहरें क्यों नहीं शुरू की जा रही हैं। अगर प्रशासन ने आगामी 12 घण्टों में नहरों में पानी नहीं छोड़ा तो किसान कोटा बैराज से नहरों के गेट का वाल्व खोल देंगे। चम्बल परियोजना के 2 लाख 87 हजार हैक्टेयर में फैले हुए सिंचित क्षेत्र में 1.73 लाख हैक्टेयर में सोयाबीन, 64 हजार हैक्टेयर में धान, 35 हजार हैक्टेयर में उड़द और 15 हजार हैक्टेयर में मक्का, तिल, मूंग, ज्वार, बाजरा आदि फसलें बोई गई हैं। बुवाई के बाद से ही अनावृष्टि के कारण ये फसलें अब सूखने लगी हैं।
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