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पिता-पुत्र पर आधा दर्जन लोगों ने किया तलवारों से जानलेवा हमला ताथेड़ निवासी हंसराज मेरोठा ने बताया कि उसका भाई भागचंद मेरोठा (५०) गांव में ही नरेश धाकड़ के यहां मजदूरी (हाली) का काम करता है। शनिवार शाम ७.३० बजे भागचंद काम खत्म कर घर लौट रहा था तो रास्ते में गांव का ही रामचरण धोबी मिल गय जहां दोनों राधे नगरी कॉलोनी में बैठकर बातचीत करने लग गए। इसी दौरान शराब के नशे में गांव का ही धनराज धोबी उनके पास आकर बैठ गया और बीड़ी पिलाने की बात की। रामचरण ने उसे बीड़ी दी उसके बाद वह वापस जाने लगा, लेकिन कुछ कदम जाने के बाद वह वापस आया और लट्ठ से भागचंद पर हमला कर दिया। रामचरण ने भी बीच बचाव करने लगा तो धनराज उसे भी लठ से मारने लगा। धनराज बचकर पास ही स्थित ढाबे पर पहुंचा और धनराज द्वारा भागचंद को मारने की सूचना दी। सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे तो भागचंद गम्भीर हालत में सड़क किनारे पड़ा हुआ था। परिजनों ने उसे तुरंत एमबीएस अस्पताल में पहुंचाया जहां देर रात उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मारपीट में भागचंद के दोनों हाथों, पैरों में फैक्चर हो गया तथा सिर के पीछे व पसलियों में आरोपी ने लठमारकर उसे अधमरा कर दिया था।
कैथून थानाधिकारी महेन्द्र कुमार मारू ने बताया कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस की टीमें तैयार कर आरोपी धनराज धोबी की तलाश में अलग-अलग स्थानों सुल्तानपुर, अंता व रिश्तेदारों के यहां भेजी गई। रिश्तेदारों यहां तलाश किया तो पता चला की आरोपी धनराज सुल्तानपुर के खेतों में होते हुए जा रहा है। सूचना पर टीम ने उसे खेतों में पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बकरी चरवाहा है। पुरानी आपसी कहासुनी व रंजिश के चलते उसने भागचंद पर हमला किया। पुलिस आरोपी में मामले की पूछताछ में जुटी हुई है।