हाड़ौती में बने थे बाढ़ के हालात 26 अगस्त में 7 सितम्बर तक हाड़ौती में झमाझम बारिश हुई थी। जिसमें बाढ़ के हालात बन गए थे। कोटा में मानसून सीजन की औसत बारिश 716.6 एमएम है। इस बार अब तक 1007.9 एमएम बारिश हो चुकी है।
सूखे थे, यह बांध छलक उठे कोटा जिले के अलनिया, सावनभादौ, झालावाड़ जिले के चवली, गागरीन, गुलखेड़ी, कालीखार, भीमानी, रेवा, सारनखेड़ी, कनवाड़ा, बारां जिले के रताई, बैथली, हिंगलोट, बिलास, उम्मेदसागर, इकलेरा सागर, उतावली, बूंदी जिले के चाकन, अभयपुरा, बड़ानयागांव, इद्राणी, रुणीया बांध बारिश से पहले सूखे पड़े थे। इनमें भरपूर पानी आ गया है। यह छलक उठे है।
बांधों से सिचिंत भूमि चम्बल के बांधों के पानी से राजस्थान में 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर व मध्यप्रदेश की भी इतनी ही 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है। –
जिलेवार बांधों की स्थिति कोटा जिला 3 बांध- 2 फु ल 1-50 प्रतिशत से ज्यादा भरे बूंदी जिला 14 बांध- 5 फुल7- 50 प्रतिशत से ज्यादा भरे, 2, 50 प्रतिशत से कम भरे
झालावाड़ जिला 15 बांध- 8 फु ल 6-50 प्रतिशत से ज्यादा भरे 1-50 प्रतिशत से कम भरे बारां जिला -11 बांध 7 फुल 4- 50 प्रतिशत से ज्यादा भरे इन बांधों की स्थिति
बांध क्षमता भराव खाली कोटा जिला अलनिया 33 फुल सावनभादौ 44.60 फुल झालावाड़ जिला कालीसिंध 32.80 32.48 0.32 भीमसागर 40 38.91 1.03 चवली 30.74 फुल राजगढ़ 30.83 26.57 4.26
-बारां जिला रताई बांध 20.01 फुल बैथली 31.49 फुल ल्हासी 19.68 18.53 1.15 बूंदी जिला गुढा 34.50 33.10 1.41 बरधा 21 20.89 0.11 भीमलत 36 35.30 0.7
गोठड़ा 24.50 22.90 1.6 चम्बल के बांधों की स्थिति गांधीसागर 1312- 1302.10- 10 राणाप्रताप सागर 1157.30-1153.83-3.67 जवाहरसागर 980-975.30-4.70 कोटा बैराज 854-852.80-1.20 (स्त्रोत: जलसंसाधन विभाग- भराव क्षमता फीट में है)