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कोटा में झमाझम बारिश, मंडी में 1 लाख बोरी जिंस भीगी …देखिए तस्वीरें मध्यप्रदेश के गांधीसागर के जंगलों से होता हुआ टिडिडयों का यह दल रामगंजमंडी तहसील की सीमा में घुसा था। करीब एक सप्ताह में चौथी बार उसकी दस्तक ने कृषि अधिकारियों के साथ किसान वर्ग की परेशानियों को बढ़ा दिया है। शनिवार रात टिडिडयों ने खैराबाद तालाब से लेकर गुंदी गांव के बीच में डेरा डाला था। रात को 11 बजे से टिड्डियों के खात्में के लिए कृषि विभाग की तरफ से पालिका की एक दमकल, पांच ट्रेक्टरों के माध्यम से 15 कृषि पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में दवा का छिड़काव किया गया। खैराबाद में रविवार सुबह बरसात से टिड्डियों के पंख गिले होने से उड़ान नही भर पाने पर उनपर दूसरी बार 11 बजे दवा का छिड़काव किया गया। इसके बाद मात्र 20 प्रतिशत टिड्डियां रह गई है। सहायक कृषि निदेशक हरगोविन्द मेघवाल ने बताया कि टिड्डियों के समूह का अस्सी प्रतिशत कुनबा खत्म कर दिया गया है। शेष बचा टिड्डी दल दरा, झालावाड़ होते हुए मध्यप्रदेश की तरफ कूच कर गया। खैराबाद के किसान प्रकाश पारेता ने बताया कि टिड्डियों ने उसके 5 बीघा खरबूजे की फसल को भारी नुकसान पहुचाया है।