ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर जाम करने जा रहे थे, पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार

नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल के समर्थकों को रविवार को उस समय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जब वे ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर जाम लगाने जा रहे थे। कोटा को सात राज्यों से कनेक्ट वाले इस कॉरिडोर पर जाने से पहले उन्हें रोक लिया गया।
 

कोटा. प्रदेश में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच रविवार को कांग्रेस और हाड़ौती विकास मोर्चा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजामार्ग-27 ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर जाम करने का प्रयास किया। कोटा को सात राज्यों से जोडऩे वाले कॉरिडोर को जाम करने की सूचना जब पुलिस को मिली तो बड़ी संख्या में नांता में पुलिस बल तैनात किया गया। इस कॉरिडोर पर आधा घंटे में हजारों वाहनों की कतार लग जाती है। इसलिए पुलिस ने उन्हें नांता में ही रोकने का प्रयास किया। पुलिस को देख कार्यकर्ता एक साथ खड़े हो गए। कुछ पल के लिए वे कोरोना की गाइडलाइन भी भूल गए। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल की ओर से विधानसभा सत्र बुलाने की अनुमति नहीं देने को लेकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता कोटा से उदयपुर की ओर जा रहे ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर जाम लगाते उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
कार्यकर्ता नांता चौराहे पर एकत्र हुए थे। जहां से जाम लगाने के लिए जा रहे थे। रास्ते में पुलिस ने बेरिकेडिंग कर कार्यकर्ताओं को रोका। जहां काफी हंगामा हुआ, कार्यकर्ताओं ने राजमार्ग जाम करने की जिद को लेकर बेरिकेडिंग तोड़कर आगे जाने का प्रयास किया। पहले से मौजूद पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को रोका और गिरफ्तार कर लिया। इन कार्यकर्ताओं को पुलिस चार बसों में भरकर ले गई और दूर जाकर छोड़ दिया। मंत्री शांति धारीवाल के समर्थक इन कार्यकर्ताओं के हाथ में कांग्रेस के झंडे बैनर थे। साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मंत्री शांति धारीवाल के समर्थन में नारेबाजी भी कर रहे थे।
हाड़ौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेन्द्र सांखला ने बताया कि केन्द्र की भाजपा सरकार राजस्थान में लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। इसलिए कार्यकर्ताओं में असंतोष है। पहली बार ऐसा हुआ है, जब मुख्यमंत्री बहुमत साबित करना चाहते हैं और राज्यपाल उन्हें ऐसा करने से रोक रहे हैं।
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता अनूप कुमार, विकास मोर्चा शहर अध्यक्ष शादाब खान, दक्षिण विधानसभा अध्यक्ष रघु शर्मा, लाडपुरा विधानसभा अध्यक्ष बबलू कसाना, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जुनैद खान, प्रकाश, टप्पू, रोहित अग्रवाल, नीरज राजावत, सूरज सैनी, दिग्विजय सिंह राजावत, लेखराज सैनी, कमल सैनी, मनोहर मेघवाल, अमन मेहरा, अजय मेघवाल, धारा सिंह बंजारा, मुकेश मेघवाल, संजय सैनी, हरीश नागर, अभिषेक सैनी, ओम प्रकाश सुमन और प्रतीक सुमन सहित कई कार्यकर्ता शामिल रहे।
राजस्थान में सफल नहीं होगी भाजपा
पुलिस के कार्यकर्ताओं के रास्ते मे रोकने के बाद मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार बीते 6 सालों से संविधान को तार-तार करने में जुटी हुई है। जहां पर उन्हें सत्ता नहीं मिलती है। वहां पर वह राज्यपाल से असंवैधानिक कार्य करवाते हैं। इसके बाद चुनी हुई सरकारों को गिरा देते हैं। वे इसके पहले गोवा, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में सफल हो चुके हैं, लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के नेतृत्व में कांग्रेस मजबूत है।
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