17 साल की हुई हमारी लोकप्रिय जनशताब्दी…केक काटकर मनाया जश्न

एक दिन में 914 किमी दौड़ता है रेक

<p>17 साल की हुई हमारी लोकप्रिय जनशताब्दी&#8230;ऐसा हुआ जश्न</p>
कोटा. कोटा से निजामुद्दीन के बीच चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस ने संचालन के 17 साल पूर कर लिए हैं। 12 नवम्बर को 2002 को शुरू हुई यह ट्रेन कोटा मंडल की पहली आईएसओ प्रमाणित ट्रेन के रूप में पहचान बनाई। हालाकि कुछ सालों पर यह तमगा छिन गया। इसके बाद इस साल इस ट्रेन का रैक भी बदल दिया गया है। हर रोज यह ट्रेन अप और डाउन के सफर में औसत रोज 3 हजार यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचाती है।

यात्रियों ने मनाया जश्न
कुछ रेल यात्रियों ने ट्रेन के 17 साल पूरे होने पर सोमवार कोटा जंक्शन पर जश्न मनाया। ट्रेन के इंजन को फूलों से सजाया और चालक दल का अभिनंदन किया। जैसे विनीत मूंदड़ा, अंकित शर्मा, दिल्ली के निशांत मिश्रा, अनिरुध कौशिक और नितन कुमार मालाएं लेकर पहुंचे तो पहले तो यात्रियों केस समझ ही नहीं आया कि मामला क्या है।
जब उन्हें पता चला कि इस दिन पहली बार यह ट्रेन चली तो अन्य यात्री भी इस खुशी में शरीक हुए। जश्न मनाने वाले यात्री ट्रेन की शुरुआत से ही जुड़े हैं। रेलवे फैन्स क्लब के सदस्य भारतीय रेलवे से बेहद जुड़ाव रखते हैं। भारतीय रेल में हो रहे बदलावों की जानकारी संजोते हैं, उन्हें आपस में सोश्यल मीडिया के माध्यम से एक दूसरे के साथ शेयर करते हैं। कोटा निवासी वनीत मूंदड़ा ने बताया कि जनशताब्दी के अलावा विगत सालों से डेक्कन क्वीन, पंजाब मेल, राजधानी एक्सप्रेस की सालाना वर्षगांठ भी उत्साह से मनाते हैं।
एक दिन में 914 किमी दौड़ता है रेक
यह ट्रेन कोटा से सुबह 5.55 बजे रवाना होती है और वापसी में रात 8 बजे कोटा पहुंचती है। कोटा से निजामुद्दीन तक की दूरी 457 किमी है, इस तरह आने-जाने में यह ट्रेन रोज करीब 914 किमी दौड़ती है। यह टे्रन करीब डेढ़ दशक पहले शुरू हुई थी। कोटा सहित देशभर में करीब 32 जनशताब्दी एक्सप्रेस टे्रनों का संचालन होता है।
कोटा से निजामुद्दीन के बीच जनशताब्दी एक्सप्रेस का 8 स्टेशनों पर इस ठहराव है। यह ट्रेन औसत 16 से 18 कोच से साथ चलती है। यात्रीभार बढऩे पर दो तीन अतिरिक्त कोच लगाए जाते हैं। ऐसे में कोटा से रोज करीब डेढ़ हजार यात्री इसी टे्रन से दिल्ली की ओर से यात्रा करते हैं।

ये सुविधा आकर्षित करती है

यात्रियों ने बताया कि कोटा-निजामुद्दीन जनशताब्दी एक्सप्रेस में आमतौर पर एक दिन पहले कन्फर्म बर्थ मिल जाती है। इसके अलावा सीट खाली होने पर ट्रेन रवाना होने से आधा घंटे पहले तक करंट विंडो पर और आईआरसीटीसी की पोर्टल पर टिकट मिल जाता है। इस कारण अचानक प्लान करने वाले यात्रियों के लिए यह अच्छा विकल्प है। इसके अलावा मथुरा और इससे पहले पडऩे वाले शहर-कस्बों के लोग इस ट्रेन से अप-डाउन भी कर सकते हैं।

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