कोटा जिले का कुल परीक्षा परिणाम 69.77 प्रतिशत रहा। जबकि पिछले साल 72.63 प्रतिशत परीक्षा परिणाम रहा था। यह पिछले साल की अपेक्षा 2.86 कम रहा। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही शिक्षकों व बच्चों में खासा उत्साह देखा गया।
कोटा जिले में सरकारी स्कू लों का दबदबा रहा। खेड़ारसूलपुर गांव निवासी मनीष मीणा जिले में टॉपर रहा। आईआईटी कर इंजीनियर बनना चाहता है मनीष
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेड़ारसूलपुर गांव के छात्र मनीष मीणा कोटा जिले में टॉपर रहे। उसे 600 में से 593 अंक हासिल कर 98.83 प्रतिशत बनाई। उसके पिता रामलाल मीणा किसान हैं। उसका मां कमलेश मीणा गृहिणी हैं। अभिभावक व शिक्षक उसे हमेशा पढ़ाई को लेकर मोटिवेट करते। उसने स्कू ल, कोचिंग व घर में नियमित पढ़ाई की।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेड़ारसूलपुर गांव के छात्र मनीष मीणा कोटा जिले में टॉपर रहे। उसे 600 में से 593 अंक हासिल कर 98.83 प्रतिशत बनाई। उसके पिता रामलाल मीणा किसान हैं। उसका मां कमलेश मीणा गृहिणी हैं। अभिभावक व शिक्षक उसे हमेशा पढ़ाई को लेकर मोटिवेट करते। उसने स्कू ल, कोचिंग व घर में नियमित पढ़ाई की।
आठवीं तक निजी स्कूल में पढ़ाई की, लेकिन 9वीं में सरकारी स्कूल में दाखिला लिया। स्कूल के शिक्षकों ने उसका पूरा सहयोग किया। उसके लिए सरकार के स्माइल प्रोग्राम व टॉपर्स की कॉपी मददगार बने। उनके अनुसार सवालों को हल करना सीखा। सोश्यल मीडिया से दूरी बनाए रखी। वह आगे आईआईटी कर इंजीनियर बनना चाहता है। प्रधानाचार्य मिथलेश नंदवाना ने बताया कि स्कू लों के शिक्षकों ने इसे गौरवान्वित महसूस किया।
छात्राओं का रहा दबदबा
12वीं बोर्ड के बाद दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी छात्राओं का दबदबा रहा। दसवंी में कुल 8726 छात्राएं पास हुई। इनका प्रतिशत 73.73 रहा। जबकि 9617 छात्र पास हुए। इनका प्रतिशत 66.53 रहा।
12वीं बोर्ड के बाद दसवीं बोर्ड की परीक्षा में भी छात्राओं का दबदबा रहा। दसवंी में कुल 8726 छात्राएं पास हुई। इनका प्रतिशत 73.73 रहा। जबकि 9617 छात्र पास हुए। इनका प्रतिशत 66.53 रहा।