WEST BENGAL—-लॉक डाउन के बाद पहली बार सियालदह से खुला गंगा सागर
यात्रियों को बांटा मिथिला पेंटिंग्स से सुसज्जित मास्क, मिथिला विकास परिषद ने की थी ट्रेन चलाने की मांग
<p>WEST BENGAL—-लॉक डाउन के बाद पहली बार सियालदह से खुला गंगा सागर</p>
BENGAL NEWS–कोलकाता। कोविड-19 काल में लॉक डाउन के बाद पहली बार सियालदह से मंगलवार को बिहार समेत मिथिलांचल के यात्रियों को लेकर गंगा सागर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। काफी समय बाद बरौनी, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सकरी होते हुए जयनगर तक बंगाल से चलने वाली एकमात्र ट्रेन गंगा सागर एक्स्प्रेस ट्रेन के परिचालन प्रारंभ होने से मिथिलावासियों ने खुशी जताई। लॉक डाउन अवधि के दौरान रेलवे मंत्रालय ने समस्त ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया था। जिसके बाद कुछ ट्रेनो का परिचालन प्रारंम्भ होने के वावजूद मिथिला की ओर चलने वाली एकमात्र ट्रेन गंगा सागर एक्स्प्रेस ट्रेन के नहीं चलने पर मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा की अगुआई में विरोध जताते हुए सांकेतिक अनशन भी किया गया था। इसके बाद रेलवे बोर्ड ने 20 अक्टूबर से गंगा सागर एक्स्प्रेस ट्रेन स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की। सियालदह से जयनगर तक जाने वाली इस ट्रेन के परिचालन से यात्रियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए गंगा सागर से यात्रा करने वालों को मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा ने मिथिला पेंटिंग से सुसज्जित मास्क वितरण कियाा। रघुनाथ चौधरी, शैल झा, रूपा चौधरी, ममता झा, चंद्रदीप झा, मदन चौधरी, विनोद झा, विनय कुमार प्रतिहस्त, गोपीकांत झा, राघवेंद्र ठाकुर, विद्यापति जंकल्याण चेरिटेबल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष संतोष झा आदि ने यात्रियों का स्वागत किया। झा ने दीपावली से पूर्व कोलकाता स्टेशन से कोलकाता, जयनगर और मिथिलांचल एक्स्प्रेस ट्रेनों के की मांग करते हुए रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को पत्र लिखा है जिसकी प्रतिलिपि पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक को भी दी गई।